कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिमा सुरक्षा बल पर बड़ा संगीन आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, बीएसएफ कूचबिहार के गाओं में घुसकर लोगों का खून कर रहे हैं और उनकी लाशों को बांग्लादेश में फेंक दे रहे हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने कूचबिहार के डीआईजी को आदेश दिया है कि, बीएसएफ को 50 किलोमीटर तक घुसने न दें। बुधवार को गर्मी कलेक्टर और एसपी के साथ आयोजित वर्चुअल बैठक में यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा, “बीएसएफ वाले गांव में घुसते हैं और लोगों को मार देते हैं। इसके बाद वह उन्हें बांग्लादेश और अन्य जगहों पर फेंक दे रहे हैं। बीएफएफ वालों को इसकी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कूचबिहार एसपी को आदेश दिया की बीएसएफ वालों को 50 किलोमीटर घुसने नहीं देना है।
टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, “ये लोग पशु तस्कर के नाम पर लोगों को मार रहे हैं और उन्हें अन्य क्षेत्रों में फेंक दे रहे हैं। जब मैं रेल मंत्री थी तो मैंने यह सब देखा है। और यह भी देखा है किस तरह लाशों को गायब किया जाता है।”
बंगाल में लोकतंत्र इस लिए मामले ज्यादा
ममता बनर्जी ने कहा, “कोई भी घटना घटने पर उसकी जांच करनी पड़ती है, क्या घटना है वो जांच के आधार पर तय की जाती है। बंगाल में लोकतंत्र है जिस कारण से ज़्यादा शिकायत दर्ज होती है लेकिन उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश में शिकायत दर्ज करने नहीं दी जाती है।”
उन्होंने कहा, “हमारे यहां कोई भी घटना घटती है और अगर वह सत्य है तो उसपर कार्रवाई की जाती है। मैंने भी लॉ पास किया है मैं भी कानून जानती हूं।”
भाजपा बंगाल को कर रही बदनाम
राणाघाट ज़िला पुलिस के साथ वर्चुअल बैठक में पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने कहा, “हांसखाली की घटना कैसे घटी? IC ने क्यों सही खबर नहीं रखी, IC की लापरवाही से ये घटना घटी है। आपके ज़िले में कितने लोगों की मृत्यु हुई इसकी खबर तो रखनी होगी। पंचायत सर्टिफिकेट देती है हम जान भी नहीं पाते हैं।”
उन्होंने कहा, “आत्महत्या को दुष्कर्म का मामला बनाया गया। भाजपा और CPM दोनों मिलकर बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम बंगाल को हाथरस या उन्नाव नहीं बनने देंगे।”
A suicide case was turned into a rape case. BJP and CPI(M) are both trying to defame Bengal. We will not let Bengal become Hathras or Unnao: West Bengal CM Mamata Banerjee in a virtual meeting with Police and administration pic.twitter.com/0pbZjDezOr
— ANI (@ANI) April 27, 2022