शिलांग. मेघालय सियासी उठापठक जारी है। विपक्षी दल अब कथित तौर पर गैर-बीजेपी सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी कर रहे हैं। इस बीच मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री और टीएमसी नेता मुकुल संगमा (Former Meghalaya CM & TMC leader Mukul Sangma) ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में “कुशासन और लूट” को रोकने में मदद के लिए विपक्षी दलों का गठबंधन बनाया जा रहा है।
संगमा ने गठबंधन और सरकार बनाने के लिए राज्य में विपक्षी दलों की बैठक के बाद कहा, “राज्य की जनता ने खंडित जनादेश दिया है। यह जनादेश बदलाव के लिए है… बाकी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि इस जनादेश के साथ लोगों की व्यापक भलाई के लिए एक साथ आने और काम करने की जिम्मेदारी भी आती है। इसलिए, इस बैठक में एक साथ आने और हमारी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहने की आवश्यकता पर चर्चा की गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य फिर से उस तरह के कुशासन और अभूतपूर्व लूट के अधीन न हो।”
Therefore, this meeting discussed the need to come together & stand firm in our commitment to ensure that the state is not subjected again to that kind of misrule & unprecedented plundering: Former Meghalaya CM Mukul Sangma & TMC leader pic.twitter.com/w15UdsJoF1
— ANI (@ANI) March 3, 2023
विपक्षी दलों के गठबंधन के बारे में बोलते हुए पूर्व मुख्यमंत्री संगमा ने कहा, “बीजेपी और एनपीपी को छोड़कर सभी पार्टियां बैठक में थीं। सभी पक्ष हम पर निहित जिम्मेदारियों के प्रति संवेदनशील हैं। हम जनादेश के साथ आने वाली अपनी जिम्मेदारियों से अवगत हैं।”
संगमा ने कहा, “कुछ बातों पर और चर्चा की जाएगी और जब हम अपना दावा प्रस्तुत करेंगे तो आप समझ जाएंगे कि अन्य घटनाएं सामने आएंगी। संख्या के बारे में चिंता न करें, हम संख्या प्राप्त करना जानते हैं।”
संगमा ने कहा, “नंबरों का दावा किया जा सकता है और प्रति-दावा किया जा सकता है। आपको जाना होगा और देखना होगा कि हर कैंप में, हर जगह क्या हो रहा है। गठबंधन का नाम अभी तय नहीं है लेकिन एक साथ आने का संकल्प अंतिम है।”
इससे पहले आज नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के प्रमुख कोनराड के. संगमा ने शुक्रवार को मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री संगमा ने दावा किया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 विधायकों के समर्थन के साथ उनके पास स्पष्ट बहुमत है। कोनराड संगमा ने दावा किया कि उन्हें बीजेपी, एचएसपीडीपी और दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है, आने वाले दिनों में कुल संख्या बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि वह अन्य पार्टियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह 7 मार्च को सुबह 11 बजे होने की संभावना है।
गौरतलब है कि मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा की 59 सीटों पर मतदान हुआ था। गुरुवार को चुनाव के परिणाम घोषित किए गए, जिनमें एनपीपी 26 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। एनपीपी के सहयोगी दल यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने 11 सीट पर जीत हासिल की है जबकि 2018 के चुनाव में उसे केवल छह सीट पर जीत मिली थी। वहीं, कांग्रेस और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने पांच-पांच जबकि भाजपा ने दो सीट पर जीत हासिल की है। नवगठित पार्टी वॉयस ऑफ पीपुल्स पार्टी (वीपीपी) ने चार, एचएसपीडीपी तथा पीडीएफ ने दो-दो सीट पर जीत हासिल की है जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है।