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    चंडीगढ़: पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के कई दलबदलुओं को उनकी नयी पार्टियों ने टिकट दिये हैं। ऐसे नेताओं में पूर्व खेल मंत्री और मौजूदा विधायक गुरमीत सिंह सोढ़ी, विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा और पूर्व मंत्री अनिल जोशी प्रमुख हैं। सोढ़ी पहले अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में खेल मंत्री थे और बाद में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। भाजपा ने अब फिरोजपुर जिले में गुरुहरसहाय से चार बार के विधायक को फिरोजपुर शहर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है।

    कांग्रेस के एक अन्य पूर्व नेता और विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने भाजपा का दामन थामा है और उन्हें बटाला से मैदान में उतारा गया है। बाजवा कादियां से मौजूदा विधायक हैं। कांग्रेस ने उनके बड़े भाई और राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा को 20 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए मैदान में उतारा है। 

    पिछले साल भाजपा छोड़कर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) में शामिल हुए पंजाब के पूर्व मंत्री अनिल जोशी अमृतसर उत्तर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। जोशी 2007 और 2012 में इसी क्षेत्र से विधायक थे। हालांकि, उन्हें 2017 के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। मौजूदा विधायक और पूर्व कांग्रेस नेता हरजोत कमल भी भाजपा में शामिल हो गए हैं। वह मोगा से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस द्वारा उन्हें इस निर्वाचन क्षेत्र से टिकट देने से इनकार करने के बाद कमल ने कांग्रेस छोड़ दी थी। 

    कांग्रेस ने अभिनेता और परोपकारी सोनू सूद की बहन मालविका सूद सच्चर को मैदान में उतारा है। दो बार के विधायक और कांग्रेस के पूर्व नेता अरविंद खन्ना, जो हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे, संगरूर से चुनाव लड़ेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाने वाले खन्ना ने 2015 में कांग्रेस छोड़ दी थी। पंजाब के पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक जोगिंदर सिंह मान फगवाड़ा से चुनाव लड़ेंगे, जो कांग्रेस के साथ अपना 50 साल पुराना नाता तोड़ने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए थे।