अयोध्या. राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Temple) के कपाट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद यानी मंगलवार (23 जनवरी) को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया है। जिसके चलते अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी है। यहां अब तक तीन से चार लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए हैं। जबकि, इतनी ही संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर में आज करीब 3 से 4 लाख श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए हैं और इतनी ही संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भक्तों को निरंतर दर्शन कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है।
Ayodhya | Lakhs of devotees are still present for the darshan of Ram Lalla in Ram Janmabhoomi temple, Ayodhya. The top officials of the local administration are present in the temple premises. More than 8000 security personnel are deployed to ensure smooth darshan to devotees.…
— ANI (@ANI) January 23, 2024
CM योगी आदित्यनाथ ने किया अयोध्या का दौरा
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर की व्यवस्था देखने के लिए अयोध्या का दौरा किया। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मंदिर परिसर में मौजूद हैं। भक्तों को सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए 8000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद खुद मंदिर के अंदर हैं और व्यवस्था पर नजर रख रहे हैं।
मंदिर अस्थायी रूप से बंद
अयोध्या पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही उन अफवाहों का खंडन किया है कि भारी भीड़ के कारण मंदिर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
सोमवार को मनाई गई दिवाली
गौरतलब है कि सोमवार को अयोध्या मंदिर में रामलला की नयी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि यह एक नए युग के आगमन का प्रतीक है। लाखों लोगों ने अपने घरों और पड़ोस के मंदिरों में टेलीविजन पर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह देखा और इस ‘ऐतिहासिक’ कार्यक्रम का हिस्सा बने। इसके बाद रात में लोगों ने अपने घरों में मंदिरों में दीपक जलाए और जश्न मनाया।