नई दिल्ली: देश के संविधान के मुख्य शिल्पकार डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Mahaparinirvan Diwas 2021) की आज पुण्यतिथि है। उनका निधन 6 दिसंबर 1956 को हुआ था। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर यूपी की पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख मायावती (UP Former CM and BSP Chief Mayawati) ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस दौरान मायावती ने विपक्ष पर निशाना साधा है।
बता दें कि बीएसपी चीफ मायावती ने कहा कि आज देश के करोड़ों दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों और भारतीय संविधान के मूल्य निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर मैंने अपने निवास स्थान पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की। मायावती ने कहा कि आंबेडकर जी ने अपने जीते-जीते इन वर्गों के लोगों को कानूनी अधिकार दिलाने के साथ-साथ उन्हें ये भी कहा था कि यदि उनकों संविधान में मिले कानूनी अधिकारों का पूरा लाभ उठाना है तो उन्हें एक साथ होकर केंद्र और राज्यों में राजनीतिक सत्ता की चाभी खुद अपने हाथों में लेनी होगी।
इस बात का सबसे बड़ा सबूत उत्तर प्रदेश में BSP के नेतृत्व में रहा शासनकाल है और इस दौरान BSP ने प्रदेश के विकास में जनहित के बहुत से ऐतिहासिक कार्यों को करने के साथ-साथ आंबेडकर जी को पूरा सम्मान दिया। जिसे विरोधी पार्टियां अभी तक हजम नहीं कर पा रही है: मायावती, BSP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2021
उन्होंने कहा कि इस बात का सबसे बड़ा सबूत उत्तर प्रदेश में BSP के नेतृत्व में रहा शासनकाल है और इस दौरान BSP ने प्रदेश के विकास में जनहित के बहुत से ऐतिहासिक कार्यों को करने के साथ-साथ आंबेडकर जी को पूरा सम्मान दिया। जिसे विरोधी पार्टियां अभी तक हजम नहीं कर पा रही है।
बसपा चीफ ने कहा कि जनता जानती है कि SP के शासनकाल में गुंडागर्दी चरम सीमा पर थी, BSP के शासनकाल में कानून राज चलता था। चाहे आज BJP कहे कि उनके राज में कानून राज चल रहा है तो ऐसा कुछ नहीं है, यूपी में ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन छोटी जाति के ऊपर जुलुम न हो। मीडिया में ऐसी रिपोर्ट कम आती है।