Wasim Rizvi's will: I should be cremated according to Hindu rituals
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    नई दिल्ली: अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) आज इस्लाम (Islam) धर्म छोड़ने जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार रिजवी इस्लाम धर्म छोड़कर हिंदू (Hindu) धर्मं अपनाने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर देवी के मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि उन्हें सनातन धर्म धर्म ग्रहण कराने वाले हैं। 

    ज्ञात हो कि वसीम रिजवी को आज सुबह 10.30 बजे यूपी के गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में यति नरसिंहानंद हिंदू धर्म ग्रहण करवाएंगे। साथ ही यहां कई अनुष्ठानों की भी खबरें हैं। हाल ही में रिजवी ने अपनी वसीहत लिखी थी। उन्होंने जिसमें लिखा था कि मरने के बाद उन्हें दफनाया ना जाए, बल्कि हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाए। 

    रिजवी ने यह भी इच्छा जताई कि यति नरसिम्हानंद उनकी चिता को अग्नि भी दें। रिजवी ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि उनकी हत्या करने और गर्दन काटने की भी साजिश रची जा रही है। उन्होंने वीडियो संदेश में कहा था कि मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैंने कुरान की 26 आयतों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। रिजवी ने आगे कहा था कि मुस्लिम मुझे मारना चाहते हैं। मुझे किसी भी कब्रिस्तान में जगह नहीं देंगे। इसलिए मेरी मृत्य के बाद मेरा अंतिम संस्कार किया जाए।