प्रयागराज: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ को गोलियों से छलनी करने वाले तीन शूटरों में एक सनी सिंह (Sunny Singh) कौन है और उसका बैकग्राउंड क्या है। क्या यह कोई पेशेवर अपराधी है या उसके ऊपर किसी माफिया या नेता का हाथ है। सवाल कई हैं। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर ये तीनों शूटर कौन हैं? फ़िलहाल शूटरों के परिजनों ने साफ़ कह दिया है कि उनका इनसे कोई मतलब नहीं है। उन्हें इस घटना की जानकारी तक नहीं है। आइए जानते हैं कि इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले तीनों अपराधियों से एक सनी सिंह कौन है?
प्रयागराज में कल यानी शनिवार की रात को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले शूटरों में से एक सनी सिंह यूपी के हमीरपुर का रहने वाला है। उसके भाई पिंटू सिंह ने बताया कि मेरे भाई के खिलाफ मामले दर्ज हैं। उसने जीने के लिए कुछ नहीं किया। मुझे नहीं पता था कि मेरा भाई अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या में शामिल है।
यह कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं। हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं और बचपन में ही भाग गया था: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को गोली मारने वाले… pic.twitter.com/nWbsLahxEo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2023
पिंटू सिंह ने आगे बताया कि मेरा भाई कुछ नहीं करता था और इसके ऊपर पहले से भी मामले दर्ज़ हैं। हम लोग 3 भाई थे जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। यह ऐसे ही घूमता-फिरता रहता था और फालतू के काम करता रहता था। हम उससे अलग रहते हैं और बचपन में ही भाग गया था।
बता दें कि तीनों आरोपियों की पहचान बांदा के रहने वाले लवलेश तिवारी, हमीरपुर के रहने वाले सनी सिंह और कासगंज निवासी अरुण मौर्य के रूप में हुई है। अतीक और अशरफ अहमद की हत्या के आरोपी लवलेश तिवारी के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसके प्रयागराज में रहने के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। हत्या को लेकर पिता ने कहा कि हमारा उससे कोई मतलब नहीं था। उससे हमारी बातचीत बंद थी।
गौरतलब है कि माफिया गैंगस्टर से नेता बने प्रयागराज के पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की बीते शनिवार देर रात को प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (Motilal Nehru Medical College) के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं इस हत्याकांड में शामिल 3 हमलावरों ने खुद को पुलिस के समक्ष अपना सरेंडर भी कर दिया है। इन बदमाशों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ कर ही इस वारदात को अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि मीडिया का भेस बनाकर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया।