राजस्थान का ऐतिहासिक शहर चित्तौड़गढ़ के कुछ खूबसूरत पर्यटन स्थल

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राजस्थान में स्थित चित्तौड़गढ़ राजपुताना इतिहास का एक बहुत ही खास हिस्सा है। इसे अपनी शानदार लड़ाइयों के लिए इतिहास के पन्नों में याद किया जाता है। चित्तौड़गढ़ की नीव मौर्य शासक चित्रांगदा मोरी द्वारा रखी गई थी। यह शहर महाभारत के समय से लेकर आज तक की कहानियों के लिए लोकप्रिय है। यहां स्थित चित्तौड़गढ़ किला बहुत प्रसिद्ध है, जो पहाड़ी पर बना है और देश के सबसे बड़े किलों में से एक है। तो आज हम आपको बताते हैं यहाँ के पर्यटन स्थलों के बारे में…

चित्तौड़गढ़ दुर्ग Chittorgarh Fort-

चित्तौड़गढ़ का दुर्ग ऐतिहासिक रूप से राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण किलों में से एक है। यह किला कई वीरता और बलिदान की कहानियों को बयां करता है। चित्तौड़गढ़ का दुर्ग हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। यह दुर्ग राजपूत संस्कृति और मूल्यों को प्रदर्शित करता है।  

गौ मुख कुंड Gaumukh Kund-

चित्तौड़गढ़ किले के भीतर स्थित गोमुख कुंड को चित्तौड़गढ़ के तीर्थराज के रूप में भी जाना जाता है। गौ मुख का अर्थ है गाय का मुंह। इसका नाम गौमुख कुंड इसलिए रखा गया है क्योंकि यहाँ गाय के मुहं के आकार की जगह से पानी बहता है। गोमुख कुंड तीर्थयात्रियों के साथ पर्यटकों को भी अपनी तरफ बेहद आकर्षित करता है। इस किले के अंदर कीर्ति स्तंभ भी स्थित है। कीर्ति स्तंभ को एक प्रमुख जैन तीर्थ माना जाता है।

विजय स्तंभ Vijay Stambh-

विजय स्तंभ को विजय टॉवर के रूप में भी जाना जाता है। इस स्तंभ का निर्माण मेवाड़ के राजा राणा कुंभा ने 1448 में महमूद खिलजी की मालवा और गुजरात की संयुक्त सेना पर अपनी विजय का जश्न के रूप में बनवाया था। यह बहुत ही विशाल है और खूबसूरत है। 

राणा कुंभा का महल Rana Kumbha’s Palace-

राणा कुंभ महल ऐसी खास जगह है जहाँ पर राणा कुंभा रहते थे। जहाँ उन्होंने अपना शाही जीवन बिताया था। राणा कुंभ महल के पास भगवान शिव का एक मंदिर है और यहाँ परिसर का लाइट एंड साउंड शो पर्यटकों की यात्रा को बेहद यादगार बनाता है। यह बेहद ही खूबसूरत है जिसकी वजह से पर्यटक इसकी ओर आकर्षित होते हैं।