(Image-Twitter-Susanta Nanda IFS)
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    नई दिल्ली: प्रकृति (Nature) हमारे सोच से परे है, यहां कुछ भी हो सकता है, जिसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। जी हां अगर आपको लगता है कि मिसाइल बस इंसान ही दाग सकते है, तो आप गलत है। जी हां ये काम बस इंसान ही नहीं बल्कि प्रकृति भी कर सकती है। दरअसल पौधों की भी ऐसी प्रजाति है जो मिसाइल दागती है, इतना ही नहीं बल्कि वो भी लक्ष्य साधकर मिसाइल दागती है। अचंभित हो गए ना? चलिए जानते है इस अनोखे पौधे के बारे में जो इंसानों की तरह लक्ष्य साधकर मिसाइल दागता है… 

    पौधा दागता है मिसाइल 

    आपको बता दें कि एक पौधा मिसाइल दागता है। इस अनोखे पौधे का नाम वुड सोरेल प्लांट (Wood Sorrel plant)जिसका है। प्रकृति ने खुद में इतने रहस्य समेट रखे हैं कि इंसान इसका पूरी तरह आधीन नहीं कर सकता। जी हां एक ऐसे पौधे का पता चला है जो न सिर्फ मिसाइल दागती है। बल्कि उसे छेड़ने वाले को खोज-खोज कर अपना बदला लेती है। इस अनोखे और अद्भुत पौधे का वीडियो उड़ीसा के IFS अधिकारी सुशांत नंदा ने अपने ट्विटर पर शेयर किया। 

    लक्ष्य साधकर लेता है बदला

    दरअसल वुड सोरेल प्लांट (Wood Sorrel plant) ऐसा पौधा है जो छूने वाले पर गुस्सा हो जाता है फिर फट-फट कर ब्लास्ट करने लगता है। इस पौधे की खासियत य़े है अगर किसी ने इसे छेड़ दिया तो अपने बीज को बम बनाकर छूने वाले पर ही बैलिस्टिक की तरह फायर करने लग जाता है। वकाई में ये बहुत ही हैरान कर देने वाला है, लेकिन इस पौधे से हम अंदाजा लगा सकते है कि प्रकृति के अंदर कितने ऐसे अजूबे होंगे  शायद हमें जानकारी भी नहीं है। 

     

    4 मीटर दूर तक बीज फेंकता है पौधा 

    बता दें कि मिसाइल दागने वाला ये वुड सोरेल प्लांट (Wood Sorrel plant) खासकर ब्राज़ील, मैक्सिको और साऊथ अफ्रीका (Brazil, Mexico and South Africa) में पाए जाते हैं। वैसे तो कुछ हिस्सों को छोड़कर ये पौधा दुनिया के अधिकांश हिस्सों में पाया जाता है। बता दें कि  ये पौधा अपनी संग्रहित तनाव ऊर्जा के कारण अपने बीजों को 4 मीटर दूर तक फेंकने में सक्षम होता है । जिसमें पौधे उस वस्तु को लक्षित करते हैं जो उसे उत्तेजित करती है। फिर तो बीज बम बनकर जो फायर स्टार्ट करते हैं वो देखने लायक होता है। प्रकृति में कई ऐसी शक्तियां है, जिसके बारे में हम आज भी नहीं जानते, लेकिन हम सबको ध्यान रखना चहिये की अपने स्वार्थ के लिए हम प्रकृति का विनाश न करें।