ऋषि सुनक
फाइल फोटो

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नई दिल्ली: धार्मिक उपदेश देने के नाम पर जहर फैलाने वाले लोगों को अब ब्रिटेन में प्रवेश नहीं मिलेगा। यूके मीडिया की खबरों के मुताबिक, अब ब्रिटिश सरकार ऐसे लोगों पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया समेत अन्य देशों के इस्लामिक उपदेशकों पर रोक लगेगी, जो धार्मिक प्रचार के नाम पर आम लोगों के दिमाग में जहर के बीज बोते हैं। ब्रिटिश सरकार इसके लिए एक सूची तैयार कर रही है, जिसमें ऐसे लोगों को ब्रिटेन में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही वीजा देने में भी सख्ती बरती जाएगी। 

ब्रिटेन में कट्टरपंथियों की संख्या अधिक

ब्रिटिश अखबार द डेली टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में कट्टरपंथी गतिविधियों में चौंकाने वाली बढ़ोतरी हुई है, जो सुनक सरकार के लिए चिंता का विषय है। इससे पहले ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक पहले ही कह चुके हैं कि चरमपंथी ताकतें देश को तोड़ने और इसकी बहुधार्मिक पहचान को कमजोर करने पर तुली हुई हैं। ऋषि सुनक का यह बयान ऐसे समय आया है जब ब्रिटिश सांसदों की बढ़ती सुरक्षा चिंताओं और इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर मार्च के दौरान हिंसा हुई थी। 

कट्टरवाद से निपटने की तैयारी में ब्रिटेन

सुनक ने अपने बयान में कहा कि दुनिया के सबसे सफल बहु-जातीय, बहु-धार्मिक लोकतंत्र के निर्माण में हमारी महान उपलब्धि को जानबूझकर कमजोर किया जा रहा है। देश में कुछ ताकतें हैं जो हमें तोड़ने की कोशिश कर रही हैं। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि उनके देश में कट्टरवाद के लिए कोई जगह नहीं है। अगर कोई इसमें शामिल पाया जाता है, जो  देश में नकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो उससे निपटने के लिए उनकी सुरक्षा एजेंसियों को खुली छूट है।