Joe Biden expressed concern over the situation in Myanmar, America angry over the killing of civilians
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    यंगून. म्यांमार में तख्तापलट (Myanmar Army) के बाद राजधानी यंगून व अन्य शहरों में रविवार को प्रदर्शनकारियों (Protesters) ने यंगून इलाके की चाइनीज़ फैक्ट्री (Chinese Factory Fire) को आग लगा दी गई, जिसके बाद म्यांमार की सेना ने खुलेआम गोलियां बरसाईं। इस गोलीबारी में 51 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई। बता दें कि, बीते 6 हफ्ते से जारी प्रदर्शन का ये अबतक का सबसे खतरनाक वाक्या रहा है।   

    यंगून की गोलीबारी में 51 लोगों की जान गई, तो उससे अलग-अलग शहरों में भी 12 लोग रविवार को ही अपनी जान गंवा बैठे।  म्यांमार के एक संगठन के मुताबिक, अभी तक के प्रदर्शन में मारे गए लोगों की संख्या 125 का आंकड़ा पार कर चुकी है। 

    वहीं जानकारों की मानें तो अभी म्यांमार में प्रदर्शनकारियों की मौत का आंकड़ा दिन ब दिन बढ़ सकता है। क्योंकि अभी भी कई जगह ऐसी हैं, जहां लाशें पड़ी हैं लेकिन उनकी सुध नहीं ली गई है। म्यांमार में जारी इस खूनी खेल को लेकर दुनिया लगातार चिंता में हैं। रविवार की घटना के बाद ब्रिटिश सरकार ने चिंता व्यक्त की है, तो वहीं संयुक्त राष्ट्र की ओर से भी अपील की गई है कि म्यामांर की सेना को तुरंत सत्ता वापस चुनी हुई सरकार को सौंप देनी चाहिए।

    गौरतलब हो कि  मालूम हो कि म्यांमार में एक फरवरी को सेना ने तख्तापलट करते हुए चुनी हुई सरकार को सत्ता से बेदखल कर आंग सान सू की समेत कई बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया। इसके बाद से म्यांमार की सड़कों पर प्रदर्शन जारी है। लोग आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) को रिहा करने की मांग कर रहे हैं। 

    म्यांमार में सेना आक्रामक रुख अपना लिया है और प्रदर्शनकारियों पर खुलेआम गोलियां चलाई जा रही हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर भी एक्शन हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, अभी तक म्यांमार के प्रदर्शन में कुल 2156 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।