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नई दिल्ली. जहां एक तरफ बीते 2023 में मालदीव (Maldives) के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohd.Muizzu) के सत्ता में आने के बाद से ही भारत और मालदीव के रिश्तों में तल्खी बढ़ी है। वहीं इस बढ़ते तनाव और तनातनी  के बीच बीते शुक्रवार 8 मार्च दिल्ली पहुंचे मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद (Mohd. Nasheed) ने भारत के हालिया बहिष्कार आह्वान के नतीजों पर चिंता व्यक्त करते हुए भारत से मालदीव के लोगों की तरफ से माफी मांगी।

क्या बोले मोहम्मद नशीद 

मामले पर न्यूज एजेंसी ANI की मानें तो, मोहम्मद नशीद ने कहा, “भारत और मालदीव के बीच आए इस तनाव ने मालदीव के व्यापार पर पर बहुत प्रभाव डाला है और मैं वास्तव में इसे लेकर बहुत चिंतित हूं। मैं कहना चाहता हूं कि मालदीव के लोगों को इस बात का बड़ा खेद है, हमें खेद है कि ऐसा हुआ है। हम चाहते हैं कि भारतीय लोग अपनी छुट्टियों पर मालदीव आएं। हमारी मेहमान-नबाजी में अब भी कोई कोई बदलाव नहीं होगा।”

मोहम्मद मुइज्जू के बयान 

जानकारी दें कि, कुछ दिनों पहले ही मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (President Mohd।Muizzu) ने कहा कि उनके देश में 10 मई के बाद एक भी भारतीय सैन्य कर्मी मौजूद नहीं रहेगा , यहां तक कि सादे कपड़ों में भी नहीं। देखा जाए तो मुइज्जू का यह बयान तब आया है जब एक सप्ताह से भी कम समय पहले भारत की असैन्य टीम मालदीव में एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाले सैन्यकर्मियों की जगह लेने वहां पहुंची हुई थी। 

फिलहाल मालदीव में भारत के 88 सैन्यकर्मी मौजूद हैं, जो मुख्य रूप से दो हेलीकाप्टर और एक विमान का संचालन करने के लिए हैं। इनके जरिये सैकड़ों मेडिकल बचाव एवं मानवीय सहायता मिशन को पूरा किया गया है।