बीजिंग. चीन ने 15 जून को गलवान घाटी में झड़प के बाद कुछ भारतीय बलों को हिरासत में लिए जाने की खबरों के बीच शुक्रवार को कहा कि ‘‘इस समय” कोई भारतीय जवान उसकी हिरासत में नहीं है। भारतीय सेना ने कहा है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी बलों के साथ जिन भारतीय जवानों की झड़प हुई थी, उनमें से कोई लापता नहीं है। इसके एक दिन बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने यह बयान दिया।
झाओ ने गलवान घाटी में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच गतिरोध पर सवालों का जवाब देते हुए यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जहां तक मेरी जानकारी है, इस समय कोई भारतीय जवान चीन की हिरासत में नहीं है।” यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने किसी चीनी जवान को हिरासत में लिया है, ‘‘चीन और भारत राजनयिक एवं सैन्य माध्यमों से मामले को सुलझाने के लिए वार्ता कर रहे हैं। इस समय मेरे पास आपको देने के लिए कोई जानकारी नहीं है।”
China has not seized any Indian personnel, Chinese Foreign Ministry spokesperson Zhao Lijian told a daily press briefing on Friday in response to a question about the China-India border situation: China’s CGTN pic.twitter.com/ujfIluRKd4
— ANI (@ANI) June 19, 2020
घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने नयी दिल्ली में कहा कि दो मेजरों समेत 10 भारतीय जवानों को चीनी सेना ने तीन दिन तक वार्ता के बाद बृहस्पतिवार शाम को रिहा किया। भारतीय एवं चीनी सेनाओं ने गलवान घाटी के आस-पास के इलाके में सामान्य स्थिति बहाल करने और गतिरोध दूर करने के लिए लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को मेजर जनरल स्तर की वार्ता की।
सोमवार को हुई झड़प नाथू ला में 1967 में हुई झड़पों के बाद दोनों सेनाओं के बीच अब तक का सबसे बड़ा टकराव था। नाथू ला में हुई झड़पों में भारतीय सेना के 80 सैनिक शहीद हुए थे जबकि चीन के 300 से अधिक सैनिक मारे गए थे। (एजेंसी)