मुंबई: महाराष्ट्र में छठ पूजा (Chhath Puja), जो सूर्यास्त के समय नदी, समुद्र के किनारे जल में की जाती है। कुछ शर्तों (Conditions) के साथ सरकार ने मंजूरी दी है। मुंबई (Mumbai) में जारी कोरोना (Corona) प्रकोप के चलते मुंबई में छठ पूजा के लिए कुछ हिदायतों के साथ दी गई मंजूरी में संशोधन किया है। बड़ा फैसला लेते हुए बीएमसी ने संशोधित दिशा-निर्देशों में कहा है कि, बीएमसी आर्टिफिशल तालाबों को बनाने और पूजा समाप्त होने के बाद उन्हें भरने की जिम्मेदारी लेगा। इससे पहले बीएमसी ने सभी आयोजकों को इन तालाबों के निर्माण की देखरेख करने और बाद में उन्हें भरने का निर्देश दिया था।
एएनआई के मुताबिक, छठ पूजा के लिए अपने संशोधित दिशा-निर्देशों में बीएमसी ने अधिसूचित किया है कि वह कृत्रिम तालाबों को बनाने और पूजा समाप्त होने के बाद उन्हें भरने की जिम्मेदारी लेगा। इससे पहले बीएमसी ने सभी आयोजकों को कृत्रिम तालाबों के निर्माण की देखरेख करने और बाद में उन्हें भरने का निर्देश दिया था।
Mumbai: In its revised guidelines for Chhat Puja, BMC notifies that it will take responsibility for making artificial ponds and filling them after Puja is over,
Earlier BMC had directed all organisers to look after the construction of artificial ponds and fill them subsequently
— ANI (@ANI) November 8, 2021
बता दें कोरोना की तीसरी लहर का खतरा अभी भी बरकरार है। पूजा के समय भीड़ नहीं बढ़े इसलिए सभी से सतर्कता बरतने की बीएमसी की अपील की है। बीएमसी ने कोरोना पूजा के लिए कुछ पॉइंट रखे हैं जिसके मर्यादा में रह कर पूजन करना होगा। इनमें सोशल डिस्टेंसिंग, सावधानी के तौर पर समुद्र किनारे छठ पूजा सामूहिक आयोजन से परहेज जैसी शर्तें शामिल हैं।