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    पुणे: महावितरण (Mahavitaran) ने पिछले कुछ दिनों से बिजली चोरी (Electricity Theft) के खिलाफ अपनी मुहिम (Campaign) को और तेज कर दिया है। 21 अप्रैल शुरू की गई इस कार्रवाई में अब तक करीब 51 हजार मामले उजागर किए गए हैं।

    गौरतलब है कि तपती गर्मी के बीच इस समय महाराष्ट्र में आम लोगों से लेकर उद्योग जगत तक सभी की ओर से बिजली की मांग बढ़ी है। आज महाराष्ट्र में 24 हजार मेगावाट से भी अधिक मांग हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर कोयले की कमी के चलते बिजली उत्पादन भी कम हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर बिजली की चोरी रोककर उसका सही इस्तेमाल करना, जरुरी बन गया था।

     192 मेगावाट पॉवर लोड कम हुआ 

    महावितरण के संचालक (संचालन) संजय ताकसांडे ने महावितरण के क्षेत्रीय स्तर के सभी मुख्य अभियंता और अधीक्षक अभियंताओं की हाल ही में  ऑनलाइन बैठक लेकर बिजली चोरी करने वाले और अनधिकृत तौर पर बिजली इस्तेमाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के अधीन रहते हुए राज्य भर में बिजली तारों पर अवैध तौर पर तार डालकर बिजली चोरी के 51 हजार 597 मामले उजागर किए गए। इन कार्रवाईयों में डाले गए सर्विस वायर, केबल स्टार्टर और बाकी सामग्री भी जब्त कर ली है। इस मुहिम के चलते बिजली संयंत्रों पर दबाव कम हुआ है, जिससे करीब 192 मेगावाट पॉवर लोड कम हुआ है।