CBFC Controversy
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मुंबई : तमिल (Tamil) एक्टर और प्रोड्यूसर विशाल (Vishal) ने हाल ही में अपनी फिल्म ‘मार्क एंटनी’ (Mark Antony) के हिंदी संस्करण को पास करने के लिए सेंसर बोर्ड को 6.5 लाख रुपये घूस देने का आरोप लगाया है। जिसकी जानकारी होते ही सूचना और प्रसारण मंत्रालय (Ministry of Information and Broadcasting) तुरंत एक्शन में आ गई। सेंसर बोर्ड ने 29 सितंबर को सीनियर ऑफिसर को जांच के लिए मुंबई भेजा।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय के इस तुरंत कार्रवाई पर एक्टर विशाल काफी खुश हुए हैं। उन्होंने एमआईबी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को धन्यवाद दिया है। विशाल ने अपने एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “मैं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सीबीएफसी मुंबई में करप्शन के मुद्दे से संबंधित इस महत्वपूर्ण मामले पर तत्काल कदम उठाने के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं।

आवश्यक कार्रवाई के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और निश्चित रूप से उम्मीद है कि यह हर सरकारी अधिकारी के लिए एक उदाहरण होगा जो भ्रष्टाचार का इरादा रखता है या उसका हिस्सा है और देश की सेवा करने के लिए ईमानदार मार्ग अपनाएगा न कि भ्रष्टाचार के कदम।”

भ्रष्टाचार के शिकार लोगों को न्याय मिलेगा

विशाल ने आगे लिखा, “मैं एक बार फिर अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे को धन्यवाद देता हूं और हर कोई इस पहल को तुरंत पूरा करने में शामिल है। यह मेरे और अन्य लोगों जैसे आम आदमी के लिए संतुष्टि की भावना लाता है कि भ्रष्टाचार के शिकार लोगों को न्याय मिलेगा, जय-हिंद।” 

सेंसर बोर्ड ने जांच के लिए सीनियर ऑफिसर को मुंबई भेजा

एक्टर विशाल द्वारा सेंसर बोर्ड पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप के कुछ घंटों बाद ही सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा इस मामले की जांच के लिए सीनियर ऑफिसर को मुंबई भेजा गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि सरकार भ्रष्टाचार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करती है और इसमें शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बिचौलियों के माध्यम से आवेदन करना उद्देश्य के खिलाफ 

एएनआई ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज को शेयर करते हुए लिखा, “सीबीएफसी पर विशाल द्वारा लगाए गए आरोप पर सेंसर बोर्ड का कहना है, “यह देखा गया है कि ऑनलाइन प्रमाणन प्रणाली यानी ई-सिनेप्रमाण मौजूद होने और फिल्म निर्माताओं/आवेदकों के लिए नई प्रणाली में सुधार पर नियमित अपडेट के बावजूद, वे अभी भी बिचौलियों या एजेंटों के माध्यम से आवेदन करना चुनते हैं। यह उद्देश्य के खिलाफ है।

प्रमाणन प्रक्रिया में तीसरे पक्ष की भागीदारी को समाप्त करना… हालांकि, हमने रिपोर्ट किए जा रहे आरोपों को बहुत गंभीरता से लिया है और सीबीएफसी की भ्रष्टाचार के प्रति कोई सहनशीलता नहीं है। साथ ही, इसमें शामिल पाए गए किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और हम इसमें शामिल होंगे मूल कारण। इस बीच, सीबीएफसी की छवि खराब करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”