sidhu
Pic: Twitter

    Loading

    नई दिल्ली. आखिरकार रोडरेज केस (Road Rage Case) में नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) जेल पहुँच ही गए। अब पटियाला सेंट्रल जेल गए सिद्धू कैदी नंबर 241383 भी बन गए हैं। जी हाँ जेल के अंदर जाने के बाद उन्हें यही कैदी नंबर अलॉट हुआ है। बता दें कि सिद्धू ने शुक्रवार शाम को पटियाला सेशन कोर्ट में सरेंडर किया था। वहां मेडिकल करवाने के बाद उन्हें कल शाम को ही जेल भेज दिया गया।

    हालाँकि बीते शुक्रवार को सिद्धू ने आत्मसमर्पण करने से पहले सुप्रीम कोर्ट से कुछ समय मांगा क्योंकि उन्होंने कहा कि वह अपने चिकित्सा मामलों को व्यवस्थित करना चाहते हैं। लेकिन वहीं शाम 4 बजे के बाद सिद्धू ने स्वयं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित मल्हान की अदालत में खुद का आत्मसमर्पण कर दिया। उन्हें अनिवार्य चिकित्सा जांच के लिए माता कौशल्या अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें उनके निर्धारित बैरक में भेज दिया गया।

    ऐसी थी जेल की पहली शाम 

    वहीं जेल में आने के बाद पहले उन्हें यहाँ लाइब्रेरी अहाते में रखा गया। फिर बाद में कैदी नंबर अलॉट कर बैरक नंबर 10 में शिफ्ट कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार यहां उन्हें हत्या में सजा काट रहे 8 कैदियों के साथ रखा गया है। अब इस बैरक में सिद्धू को सीमेंट से बने थड़े पर सोना पड़ा है। 

    इसके बाद सिद्धू को शुक्रवार शाम सवा 7 बजे जेल मैनुअल के मुताबिक दाल-रोटी दी गई। हालांकि, उन्होंने सेहत का हवाला देते हुए खाने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ सलाद और फ्रूट ही खाया। वहीं सिद्धू के कट्‌टर विरोधी रहे बिक्रम मजीठिया की बैरक सिद्धू से 500 मीटर दूर है। मजीठिया बैरक नंबर 11 में हैं। वह ड्रग्स केस में यहाँ हवालाती हैं। सिद्धू और मजीठिया की बैरक के बाहर सिक्योरिटी भी तैनात की जा चुकी है।

    जेल में क्या क्या मिला सिद्धू को 

    कल जेल के भीतर पहुँचने पर सिद्धू को कैदियों वाले सफेद कपड़े दिए गए। वहीं उन्हें जेल में एक कुर्सी-टेबल, एक अलमारी, 2 पगड़ी, एक कंबल, एक बेड, तीन अंडरवियर और बनियान, 2 टॉवल, एक मच्छरदानी, एक कॉपी-पेन, जूतों की जोड़ी, 2 बेडशीट, दो तकिया कवर और 4 कुर्ते-पायजामे दिए गए हैं।

    माँगा स्पेशल डाइट

    अदालत में बताया गया था कि,सिद्धू को लिवर की प्रॉब्लम है। इसके अलावा उनके पैरों में बैल्ट भी बंधी हुई है। साथ ही यह भी बताया गया कि उन्हें गेहूं से एलर्जी है। वह गेहूं की रोटी नहीं खा सकते हैं। लंबे समय से वह रोटी नहीं खा रहे। इसलिए उन्होंने स्पेशल डाइट मांगी है। इसके बारे में उन्होंने कल मेडिकल के दौरान भी जानकारी दे दी थी।

    अब ऐसी होंगी पूर्व पंजाब कांग्रेस प्रमुख सिद्धू की दिनचर्या

    जेल के मैन्युअल के हिसाब से सिद्धू का जेल में दिन सुबह 5.30 बजे शुरू हो जाएगा। फिर सुबह 7 बजे चाय के साथ बिस्किट या काले चने खाने को मिलेंगे। इसके बाद सुबह 8.30 बजे उन्हें नाश्ता दिया जाएगा। जिसमें रोटी और दाल या सब्जी मिलेगी। इसके बाद उन्हें काम करने के लिए वहां की फैक्ट्री में ले जाया जाएगा। वहां उन्हें दिनभर काम करना होगा। फिर शाम साढ़े 5 बजे उनकी छुट्‌टी होगी। शाम 6 बजे उन्हें रात का खाना मिलेगा। रात 7 बजे उन्हें वापस उनके बैरक में बंद कर दिया जाएगा।

    इन 5 नंबर के ही सहारे रहेंगे सिद्धू 

    गौरतलब है कि जेल प्रशासन ने सिद्धू से कहा कि, वे कोई भी 5 नंबर दे सकते हैं, जिससे उनकी उनके परिवार वालों से बात हो सके। पता हो कि, जेल में बंद कैदी को जेल प्रशासन ने फोन करने की सुविधा दे रखी है। कैदी उन्हीं को फोन कर सकता है, जिनके नंबर वह जेल प्रशासन को देता है। दिए गए नंबरों के अलावा किसी भी अन्य नंबर काल करने की सुविधा नहीं होती, क्योंकि वही नंबर जेल के रिकॉर्ड में रखे जाते हैं।

    जानें क्या है सिद्धू का ‘रोड रेज’ मामला 

    हालाँकि यह रोड रेज का मामला 1988 का है, जब सिद्धू ने गुरनाम सिंह को कथित तौर पर अपने हाथों से पीटा था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। वहीं साल 1999 में सिद्धू और रूपिंदर सिंह संधू को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था। इसके बाद पीड़ित परिवारों ने इसे पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में भी चुनौती दी थी, जिसने 2006 में सिद्धू को दोषी ठहराया था और उन्हें तीन साल कैद की सजा भी सुनाई थी। 

    इसके बाद सिद्धू ने उस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसमें 2018 में उन्हें ‘स्वेच्छा से चोट पहुंचाने’ के अपराध का दोषी ठहराया गया था, लेकिन उन्हें 1,000 के जुर्माने के साथ छोड़ भी दिया गया था। तब फिर गुरनाम सिंह के परिवार ने फैसले की समीक्षा की मांग की और सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को सिद्धू को एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। इस मामले के बाद सिद्धू आज जेल में सजायफ्ता कैदी नंबर 241383 बन गए हैं।