नई दिल्ली: सरकारी विचारक संस्था नीति आयोग (NITI Aayog,) और यूनिसेफ-इंडिया (UNICEF ) ने देश में बच्चों से संबंधित संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम करने के लिए बृहस्पतिवार को हाथ मिलाया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नीति आयोग और यूनिसेफ-इंडिया ने बच्चों पर ध्यान देने के साथ सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर एक आशय वक्तव्य (एसओआई) पर हस्ताक्षर किए।
नीति आयोग की नोडल अधिकारी-एसडीजी संयुक्ता समद्दर और यूनिसेफ-इंडिया के प्रमुख सामाजिक नीति ह्यून ही बान ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार की उपस्थिति में एसओआई पर हस्ताक्षर किए।
Welcoming new partnerships!🤝
Under the aegis of #NITIAayog VC @RajivKumar1 & @UNICEFIndia DY Rep @arjandewagt, @SanyuktaSam1 & @hyunheeban inked the Statement of Intent to mobilize action for achieving child development priorities under the #SDGs.#LeavingNoChildBehind pic.twitter.com/zVJFaqtqq8
— NITI Aayog (@NITIAayog) April 21, 2022
बयान में कहा गया है कि एसडीजी के तहत बाल विकास प्राथमिकताओं को प्राप्त करने के लिए यूनिसेफ-इंडिया और नीति आयोग स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, पानी और स्वच्छता व घरेलू जीवन स्तर में बच्चों के बीच बहुआयामी उपलब्धियों और अभावों को समझने के लिए एक व्यापक उपाय विकसित कर रहे हैं।
कुमार ने कहा कि यह बाल केंद्रित एसडीजी पहल ‘एसडीजी इंडिया इंडेक्स और डैशबोर्ड’ के माध्यम से प्रगति की निगरानी के भारत के प्रयास पर आधारित है जो नीतिगत कार्रवाई को गति देने के लिए एक अद्वितीय डेटा-संचालित पहल है। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ के साथ यह नई पहल बच्चों के लिए एसडीजी प्राप्तियों के लोकाचार पर बनी है और यह सुनिश्चित करती है कि कोई भी बच्चा पीछे न रहे। (एजेंसी)