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    नई दिल्ली. श्रद्धा मर्डर केस (Shrdhha Murder Case) के आरोपी आफताब (Aftab Poonawala) का आज फिर से पॉलीग्राफ टेस्ट (Polygraph Test) होने वाला है। इससे श्रद्धा हत्याकांड का सच बाहर आने कि उम्मीद है। दरअसल इस सनसनीखेजमर्डर केस के आरोपी आफताब पूनावाला की कल तबीयत खराब होने से पूरा टेस्ट नहीं हो पाया था। तब फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के पीआरओ संजीव के गुप्ता ने बताया था कि आफताब को बुखार आ जाने के कारण उसका पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा नहीं किया जा सका। ऐसे में आज यदि आफताब की तबीयत ठीक हुई तो पुलिस उसे फिर से लैब लेकर आ सकती है। 

    बता दें कि बीते गुरुवार यानी 24 नवंबर को दिन में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की निदेशक दीपा वर्मा ने कहा था कि, आफताब के पॉलीग्राफ टेस्ट के और भी सेशन हो सकते हैं। हालांकि इस टेस्ट से जुड़ी अधिक जानकारी साझा नहीं की जा सकती। पता हो कि, पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद आफताब का नार्को टेस्ट भी होना है। 

    पॉलीग्राफ टेस्ट: क्यों इस केस में जरुरी 

    जानकारी दें कि, पॉलीग्राफ टेस्ट को लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कहा जाता है। इस टेस्ट में पूछताछ के दौरान शख्स की फिजिकल और मेंटल एक्टिविटी को मापा जाता है। इस टेस्ट में शख्स से पहले उसकी व्यक्तिगत जानकारी पूछी जाती है। इस दौरान साइकोलॉजिस्ट उसकी पल्स रेट, हार्ट बीट, ब्लड प्रेशर आदि का माप लेते हैं। फिर उससे केस से जुड़े हुए महत्वपूर्ण सवाल पूछे जाते हैं, ऐसे में यदि शख्स झूठ बोल रहा होता है तो उसकी दिल की धड़कन, उसकी पल्स रेट आदि में भी त्वरित परिवर्तन दिख जाता है। 

    श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट इसीलिए भी जरुरी है, क्योंकि पुलिस को अभी आरोपी से और भी जानकारी चाहिए, जिससे फिलहाल वो छुपा रहा है। वहीं कोर्ट में भी आफ़ताब ने बयान दिया था कि, उसे अब घटना को याद करने में थोड़ी दिक्कत हो रही है, हालांकि वह पूरा सहयोग कर रहा है।

    क्या है घटना 

    गौरतलब है कि, बता दें कि, मुंबई की श्रद्धा वॉल्कर आफताब के साथ दिल्ली के महरौली में एक फ्लैट में लिव इन में रह रही थी। आरोपों के अनुसार, आफताब ने 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े किए। जिन्हें रखने के लिए उसने बाकयदा एक फ्रिज भी खरीदा था। इसके बाद वह रोज रात में शव के टुकड़े को महरौली स्थित जंगल में फेंकने जाता था। उसने ऐसा करीब 20 दिन तक किया था।