नई दिल्ली. शाम कि बड़ी खबर के अनुसार, अब से कुछ ही देर पहले भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Connission Of India) यानी की इलेक्शन कमीशन ने देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव (Election Of The President Of India) के कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा कर दी है।वहीं चुनाव आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार आगामी 18 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होगी, वोटों की गिनती आगामी 21 जुलाई को होगी।
Voting for Presidential elections to be held on 18th July, counting of votes on 21st July: Chief Election Commissioner Rajiv Kumar pic.twitter.com/bTvawdiE9I
— ANI (@ANI) June 9, 2022
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव
जी हाँ, आज चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव के तारीख का ऐलान कर दिया है। अब आगामी 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे। वहीं आगामी 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी।
ऐसे होगा इलेक्शन
आज हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। चुनाव में वोटिंग के लिए विशेष इंक वाला पेन मुहैया कराया जाएगा। वोट देने के लिए 1,2,3 लिखकर अपनी पसंद बतानी होगी। वहीं पहली पसंद ना बताने पर वोट रद्द भी हो जाएगा।
वहीं आज मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि, राष्ट्रपति चुनाव 2022 में कुल 4,809 मतदाता मतदान करेंगे। कोई भी राजनीतिक दल अपने सदस्यों को व्हिप जारी नहीं कर सकता।
25 जुलाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल ख़त्म
गौरतलब है कि, वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ramnath Kovind) का कार्यकाल आगामी 25 जुलाई को समाप्त होने को है। इससे पहले देश का अगला और 15वां राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा। इसी बाबत आज दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में चुनाव आयोग के अधिकारियों की इस संबंध में बाकायदा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कि। इसके अनुसार
पता हो कि , राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा सम्पन्न होती है, जिसमें संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य होते हैं और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी सहित सभी राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य भी होते हैं।
लेकिन इसमें राज्यसभा और लोकसभा या राज्यों की विधानसभाओं के मनोनीत सदस्य इस निर्वाचक मंडल में शामिल होने के पात्रता नहीं रखते हैं. वहीं विधान परिषदों के सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने की पात्रता नहीं रखते हैं.बता दें कि, साल 2017 में, राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को हुए थे। वहीं तब इस चुनाव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 65।35% मत मिले थे।