सावन में भगवान शिव को अर्पित करें इस पेड़ की जड़, माता महालक्ष्मी की मिलेगी अपार कृपा

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    सीमा कुमारी

    सावन का महीना भगवान शिव को अतिप्रिय है। सावन के सभी सोमवार पर पूजा में शिवभक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के पूजा, अनुष्ठान और व्रत रखते है। भगवान शिव के प्रिय माह होने के कारण इस पूरे महीने भगवान शिव को पसंद की वस्तुएं उन्हें अर्पित की जाती है। भगवान शिव को खासकर, भांग, धतूरा और बेलपत्र जैसी चीजें अर्पित की जाती है। ऐसा माना जाता है कि, बेलपत्र चढ़ाने से एक करोड़ कन्यादान के बराबर फल प्राप्त होता है।

    शिव पुराण में भी भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए बेलपत्र के वृक्ष का महत्व बताया गया है। शास्त्रों में जिस तरह महादेव की उपासना में बेल का फल और बेलपत्र के महत्व वर्णन किया है उसी तरह बेलपत्र के जड़ की भी खास अहमियत है। सावन खत्म होने में अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं ऐसे में बेलपत्र की जड़ के लाभ पाने का शुभ अवसर है।

    आइए जानें इस बारे में –

    शास्त्रों के अनुसार, सावन में सोमवार के दिन बेलपत्र के पेड़ की पूजा कर। जड़ को घर ले आएं और एक लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन के स्थान पर रख दें। मान्यता है कि, इससे बरकत बनी रहती है और धन आगमन होता है।

    धार्मिक पुराणों में उल्लेख मिलता है कि, भगवान शिव को बेलपत्र की जड़ अर्पित करने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। पुराणों के अनुसार, बेलपत्र की जड़ में स्वयं माता लक्ष्मी वास करती है।

    मान्यता के अनुसार, बेल के जड़ को मस्तिष्क पर स्पर्श करने मात्र से ही समस्त तीर्थ यात्रा जैसे पुण्यफल मिल जाता है। कहते है कि, बेल वृक्ष की जड़ की पूजा करने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है।

    धर्म शास्त्रों में बेल के पेड़ को श्री वृक्ष भी बोला गया है। ऐसा माना जाता है कि, बेल वृक्ष की पूजा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही बेल वृक्ष की जड़ों में अन्य खीर मिष्ठान और घी आदि अर्पित करने से दरिद्रता भी समाप्त होती है।