नेताओं में कीचड़ फेंक देख रही जनता

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    जनता से जुड़े ज्वलंत प्रश्नों पर ध्यान देने की बजाय महाराष्ट्र के नेताओं में जिस तरह की कीचड़ फेंक जारी है, उसे देखते हुए लोग सोचने पर मजबूर हैं कि क्या राजनीति के हमाम में सभी नंगे हैं. एक दूसरे की मैली चादर दिखाकर ये नेता लोगों को क्या संदेश देना चाहते हैं? बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया हाथ धोकर शिवसेना के पीछे पड़ गए हैं. संभवत: पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने सोमैया को इस काम की सुपारी दे रखी है. दूसरी ओर शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत भी सोमैया पर गंभीर आरोप लगाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे हैं.

    दोनों ओर से जिस प्रकार के आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं, उससे लगता है कि राजनीतिक गरिमा व शालीनता पूरी तरह ताक पर रख दी गई है. खास बात यह है कि किरीट सोमैया के आरोपों का जवाब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नहीं देते, बल्कि यह जिम्मेदारी संजय राऊत निभा रहे हैं. सोमैया ने आरोप लगाया कि ठाकरे परिवार के अलीबाग में 19 बंगले हैं. उन्होंने सबूत के तौर पर मुख्यमंत्री की पत्नी रश्मि ठाकरे द्वारा इन बंगलों का प्रापर्टी टैक्स भरने की रसीद भी दिखाई. इस संबंध में सोमैया ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस ली. इससे लगता है कि उनकी इस मुहिम के पीछे पार्टी के बड़े नेताओं का प्रोत्साहन है. वैसे भी बीजेपी चाहती है कि महाविकास आघाड़ी टूट जाए और महाराष्ट्र की सत्ता उसे वापस मिल जाए.

    शिवसेना के तेवर भी कम नहीं

    सोमैया के तीखे आरोपों के बावजूद शिवसेना के लड़ाकू तेवर कम नहीं हो रहे हैं. संजय राऊत ने आरोप लगाया कि सोमैया ईडी के वसूली एजेंट हैं और उन्होंने बिल्डरों और व्यापारियों को धमकाकर करीब 100 करोड़ रुपए का प्लाट अपने साथी अमित देसाई के नाम ट्रांसफर करा लिया. 100 करोड़ वसूल कर 15 करोड़ एजेंसी को दिए. राऊत ने कहा कि ईडी के अधिकारी को इस पर सफाई देनी चाहिए, नहीं तो वह उस अधिकारी का नाम सार्वजनिक कर देंगे.

    ऐसे में सोमैया सहित सभी की मुश्किलें बढ़ जाएंगी. संजय राऊत ने बीजेपी पर हजारों करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए साढ़े तीन मोहरों का खुलासा किया. उन्होंने पीएमसी घोटाले में सोमैया पिता-पुत्र के शामिल होने का आरोप लगाया व कहा कि इस घोटाले के मुख्य सूत्रधार राकेश वाधवान को ब्लैकमेल कर वसई में करोड़ों की जमीन देवेंद्र लाडानी के नाम पर किरीट सामैया के पुत्र नील सोमैया ने हथियाई तथा 100 करोड़ रुपए नकद लिए.

    संजय राऊत ने कहा कि बीजेपी नेताओं की शह पर ईडी लगातार एक साजिश के तहत शिवसेना नेताओं को टारगेट कर रही है. मोहित कम्बोज देवेंद्र फडणवीस की आंखों का तारा है जिसने 12,000 करोड़ की जमीन 100 करोड़ में ली है. इन आरोपों पर फडणवीस ने कहा कि वे उचित समय पर इनका जवाब देंगे. पूर्व वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राऊत का खुलासा ‘खोदा पहाड़ निकली चुहिया’ जैसा है. किरीट सोमैया ने जवाब दिया कि वाधवान से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं है. राज्य सरकार के पास सबूत हों तो जांच कर ले. सोमैया ने कोविड सेंटर में करोड़ों का घोटाला होने का आरोप लगाते हुए कहा कि संजय राऊत के मित्र सुजीत पाटकर को लाभ पहुंचाया गया.

    नारायण राणे का आरोप

    केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि संजय राऊत की मुख्यमंत्री पद पर निगाह है, इसलिए इतनी उठापटक कर रहे हैं. राकां से सुपारी लेने के बाद वे शिवसेना को बरबाद करने में लगे हैं. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शरद पवार के पेरोल पर रहकर राऊत शिवसेना को खत्म कर रहे हैं.

    शुरुआत कहां हुई

    विधानसभा चुनाव के बाद कीचड़ फेंक की शुरुआत बीजेपी और खासतौर पर सोमैया ने की. 2 वर्षों से बीजेपी कोशिश कर रही है कि ठाकरे सरकार गिर जाए लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिल पाई. इसलिए शिवसेना को बदनाम करने की मुहिम शुरू की गई जो कि लंबे समय तक बीजेपी के साथ युति में सहभागी थी. अब दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को बदनाम कर रही हैं. इससे जनता को कुछ भी लेना-देना नहीं है.