परिवार लाने पर प्रतिबंध, ब्रिटिश PM सुनक का भारत को झटका

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यह सोचना कि भारतीय मूल का कोई नेता विदेश में सत्तासीन होने के बाद भारत या भारतीयों को झुकता माप देगा, स्वयं को भ्रम या मुगालते में रखना है. चाहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) हों या अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, वे उस देश से वफादारी व लगाव रखते हैं जहां वे पले-बढ़े हैं और उच्च पद पर पहुंचे हैं. ऐसे नेता भले ही गोरे न हों लेकिन उनका मिजाज किसी गोरे से कम नहीं है. इसी तरह यदि अमेरिका में रामास्वामी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ना चाहते हैं तो यह सोचकर हर्षित होने की आवश्यकता नहीं है कि एक भारतीय मूल का व्यक्ति वहां का प्रेसीडेंट बन सकता है.

बहुत स्वाभाविक है कि ऋषि सुनक सबसे पहले ब्रिटेन का हित रखेंगे जहां के वे पीएम हैं. उनसे इस तरह की उम्मीद रखना निरर्थक है कि वे भारत में अपना ससुराल होने की वजह से कोई भावुकतापूर्ण निर्णय लेंगे. सुनक ने दो टूक निर्णय लेते हुए एक्स वेबसाइट पर ऐलान किया है कि अब से यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्र अपने परिवार को ब्रिटेन नहीं ला सकेंगे. ब्रिटेन में 1 जनवरी से वीजा के नए सख्त नियम लागू हो गए हैं.

सुनक की घोषणा से ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्रों पर सबसे ज्यादा बुरा असर पड़ेगा. कोई छात्र खुद पर निर्भर (डिपेंडेंट) होने का दावा करते हुए अपने बुजुर्ग माता-पिता या पत्नी को साथ लाकर बसा नहीं सकेगा. कोई टूरिस्ट वीजा पर कुछ दिनों के लिए आता है तो बात अलग है.

अमेरिका में भी किसी के रिश्तेदार अधिकतम 6 माह वहां रह सकते हैं. बहुत कम आबादी वाले बड़े देश कनाडा में भारतीय छात्र या नौकरीपेशा लोग अपने अभिमानकों को बुलाकर स्थायी रूप से रख सकते हैं. जहां तक ब्रिटेन की बात है, सुनक ने फैमिली लाने पर बैन लगाने का कदम प्रवासियों की तादाद कम करने के उद्देश्य से उठाया है. इस प्रस्ताव को सर्वप्रथम तत्कालीन गृहमंत्री सुएला ब्रावेरमैन ने पेश किया था.

उन्होंने तीखे शब्दों में कहा था कि ऐसे प्रवासियों के परिवार स्टुडेंट के रास्ते आते हैं. उनका हमारी अर्थव्यवस्था के विकास में कोई योगदान नहीं रहता. वर्तमान ब्रिटिश गृहमंत्री जेम्स क्लेवर्ली ने कहा कि स्टडी वीजा पर आए विदेशी छात्रों के अपने परिवार को ब्रिटेन लाने की अनुचित प्रथा खत्म होने जा रही है इससे 3 लाख लोगों के ब्रिटेन आने पर रोक लगाने की हमारी रणनीति में मदद मिलेगी.