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    नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) पिछले कुछ दिनों से अच्छे फॉर्म में नज़र नहीं आ रहे हैं। वह कभी चोट के कारण टीम से बाहर रहते हैं, तो कभी वह खुद आराम करने के लिए छुट्टी लेते हैं। विराट कोहली ने साल 2019 में आखिरी शतक लगाया था। इसके बाद से उनके बल्ले से कुछ खास रन नहीं निकले। 

    विराट कोहली (Virat Kohli) के फॉर्म को देखते हुए कई दिग्गज खिलाडियों ने उनपर सवाल उठाए हैं। इसी बीच अब बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली (BCCI President Sourav Ganguly) ने उनका सपोर्ट किया है। हाल ही में सौरव गांगुली ने एएनआई से बात करते हुए कहा, “इसमें कोई शक नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें (विराट कोहली) जो नंबर मिले हैं, वे क्षमता और गुणवत्ता के बिना नहीं आए हैं। हां, उनके लिए कठिन समय रहा है और वह यह जानते हैं। वह खुद एक महान खिलाड़ी रहे हैं। वह खुद जानते हैं कि उनके अपने मानकों से यह अच्छा नहीं रहा है।” 

    गांगुली ने आगे कहा, “मैं उन्हें वापस आकर अच्छा प्रदर्शन करते हुए देख रहा हूं, लेकिन उन्हें अपना रास्ता तलाशना है और सफल होना है, जो वह पिछले 12-13 साल या उससे अधिक समय से कर रहे हैं और केवल विराट कोहली ही ऐसा कर सकते हैं।”

    गांगुली ने कहा, “खेल में ये चीजें होंगी। यह सबके साथ हुआ है। यह सचिन(तेंदुलकर) के साथ हुआ है, यह राहुल (द्रविड़) के साथ हुआ है, यह मेरे साथ हुआ है, यह कोहली के साथ हुआ है। यह भविष्य के खिलाड़ियों के साथ होने वाला है। यह खेल का हिस्सा है और मुझे लगता है कि एक खिलाड़ी के रूप में आपको बस सुनने की जरूरत है, जागरूक रहें कि यह क्या है और बस जाओ और अपना खेल खेलो।”

    गांगुली ने कहा, “मुझे ब्रिटिश संसद द्वारा एक बंगाली के रूप में सम्मानित किया गया। इसलिए यह अच्छा एहसास रहा। इसके लिए छह महीने पहले मुझसे संपर्क किया गया था। वे हर साल यह पुरस्कार देते हैं और मुझे मिल गया।”

    बीसीसीआई अध्यक्ष अपने कार्यकाल और कोरोना की चुनौतियों पर गांगुली ने कहा, “यह काफी चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि इससे पहले किसी ने कोरोना नहीं देखा था। इसने पूरी दुनिया को रोक दिया था, लेकिन फिर भी हम क्रिकेट को आगे लाने में कामयाब हुए, क्योंकि आप जानते हैं कि प्रसारण के काम लगातार चल रहे हैं।”

    उन्होंने कहा, “मैं कभी भी खेल और पैसे को बराबर नहीं रखता। मगर बेहतर सुविधाओं के लिए धन जरूरी भी है। भारतीय क्रिकेट मजबूत स्थिति में है। जब हम खत्म (कार्यकाल) करेंगे, तो कोई दूसरा आएगा, जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाएगा। खेल को आगे बढ़ाने का काम खिलाड़ी और अधिकारी ही करते हैं।”