नवभारत स्पोर्ट्स डेस्क: भारत के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) अब मुश्किलों की तलवार लटक रही है। पिछले कई दिनों से वह टीम से बाहर चल रहे हैं। जिसके बाद अब उन पर सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट (Central Government) गंवाने का खतरा भी मंडरा रहा है। रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में झारखंड (Jharkhand) की तरफ से एक भी मुकाबला नहीं खेलने की वजह से बीसीसीआई (BCCI) ईशान किशन पर कार्रवाई करने का मन बना रहा है।
दरअसल, ईशान किशन पर घरेलू क्रिकेट की बजाए आईपीएल को प्राथमिकता देने के आरोप लग रहा है। जिसकी वजह से लोगों का यह मानना है की वह आईपीएल की तैयारी करने के लिए रणजी के एक भी मैच नहीं खेले हैं। इतना ही नहीं टीम इंडिया में भी ईशान किशन की वापसी कब होगी इस पर सवाल और ज्यादा गंभीर होते जा रहे हैं।
फ़िलहाल ईशान किशन को बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सी कैटेगरी में रखा है। बीसीसीआई सी कैटेगरी के खिलाड़ियों को सालाना एक करोड़ रुपये फीस देती है। ईशान किशन के बारे में बात करते हुए बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ”अभी तक सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के बारे में बात नहीं की गई है।”
जानकारी के लिए बता दें कि ईशान किशन की मुश्किलों की शुरुआत तब हुई जब उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर दक्षिण अफ्रीका दौरे से अपना नाम वापस ले लिया था। उसके बाद उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं मिली। हालांकि बाद में यह कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका दिया जा सकता है। लेकिन, इस सीरीज में भी उन्हें मौका नहीं मिला।
वहीं टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ ने यह साफ कर दिया था कि ईशान किशन को वापसी करने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना होगा। लेकिन, किशन ने यह बात नहीं मानी और रणजी के एक भी मुकाबले नहीं खेले। इस शर्त को पूरा नहीं करने की वजह से अब किशन पर वापसी को लेकर कई मुश्किलें दिखाई दे रही है।