परभणी. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) सांसद इम्तियाज़ जलील ने स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर को भगोड़ा करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सावरकर को महापुरुष मानती है। लेकिन हम उन्हें महापुरुष नहीं मानते।
जलील ने परभणी के पूर्णा में संविधान सम्मान समारोह में यह बयान दिया। जलील ने एक स्कूल का वाकया बताते हुए कहा, “एक स्कूल में छात्रों से अपने पसंदीदा महापुरुषों की तस्वीरें लाने को कहा गया था। जिसके बाद कुछ बच्चे छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, अहिल्याबाई होलकर की तस्वीरें लेकर आए। जबकि, एक छात्र टीपू सुल्तान की तस्वीर लेकर आया।” उन्होंने कहा, “छात्रों द्वारा बनाए गए चित्रों को कक्षा में प्रदर्शित किया गया। इसके आठ दिन बाद बजरंग के लोगों ने स्कूल में उत्पात मचाया। बजरंग दल के लोगों ने कक्षा में टीपू सुल्तान की तस्वीर लगाने पर उत्पात मचाया। साथ ही वह तस्वीर जिस छात्र ने बनाई थी उसे स्कूल से निकालने की मांग की।”
जलील ने कहा बजरंग दल की इस हरकत की आलोचना करते हुए कहा, “मैं सांसद के तौर पर लोकसभा में गया था और वहां संविधान की मूल प्रति है जो डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर ने लिखी थी और संविधान में टीपू सुल्तान की फोटो भी है। यदि संविधान में टीपू सुल्तान की तस्वीर है तो सार्वजनिक जीवन में टीपू सुल्तान का विरोध करने का क्या कारण है? क्या मवाली टपोरी बजरंग दलवालों ने ये संविधान देखा है?”
एआईएमआईएम सांसद ने आगे कहा, “भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 300 सांसदों के सामने असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर इस देश में सबसे बड़ा महापुरुष पैदा हुआ है तो वो डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर हैं। इससे उन्हें दुख हुआ क्योंकि भाजपा की नजर में सावरकर एक महापुरुष हैं। लेकिन हमने कभी भी ऐसे भगोड़े को महापुरुष नहीं माना है और आगे भी नहीं मानेंगे।”