Shakuntala

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    अकोला. ब्रिटिश काल से मुर्तिजापुर और अचलपुर के बीच चलने वाली शकुंतला रेलवे पिछले कुछ सालों से ठप पड़ी है. उसे दोबारा शुरू किया जाएगा और उसकी महिमा वापस लौटेगी यह उम्मीद अभी भी कई यात्री कर रहे हैं. अब इस संदर्भ में कवि डा. विठ्ठल वाघ, सामाजिक रूप से जागरूक विजय विल्हेकर सभी का ध्यान आकर्षित करते हु डा.विठ्ठल वाघ ने ‘गोपाला गोपाला शकुंतला सुरू करा’ यह कविता रची है. इसके साथ ही गुरूवार को अकोला रेलवे स्टेशन पर ‘शकुंतला’ का बर्थ डे मनाया गया है. 

    रेलवे स्टेशन के चारों ओर ‘शकुंतला बचाओ’ बैनर लगाए गए थे. अकोला स्टेशन पर कवि डा.विठ्ठल वाघ ने चट्टानी स्वर में शकुंतला पर एक कविता प्रस्तुत की. यहां उपस्थित लोगों ने इसकी काफी सराहना की. रेलवे स्टेशन पर शकुंतले के इंजन को फूलों से सजाया गया था. विजय विल्हेकर ने शकुंतला के बचाव में सत्याग्रह की भूमिका प्रस्तुत करते हुए कहा, कि अकोला रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण पर सरकार ने 150 करोड़ रुपये खर्च किए हैं.

    उन्होंने कहा कि ऐसे ही शकुंतला के लिए 100 करोड़ खर्च किए गए तो शकुंतला के पहिए फिर दौड़ सकते हैं. कृष्णा अंधेरे ने गवाही दी कि अकोलावासी सत्याग्रह के साथ हैं. ‘शकुंतला गाडी गरीबाची नदी’, शकुंतला शुरू करनी ही चाहिए, आदि घोषणाएं इस अवसर पर दी गयी. इस अवसर पर मराठा महासंघ के विभागीय अध्यक्ष कृष्णा अंधारे, शेतकरी जागर मंच के मनोज तायड़े, रेलवे पुल तकनीशियन रामदास चव्हाण, विजय लाजुरकर, चंद्रकांत झटाले, धनंजय मिश्रा, अरुणा चव्हाण, सिंधु विल्हेकर, सीमा टागोर, नितिन झटाले आदि उपस्थित थे.

    26 को यवतमाल से अचलपुर रेलवे स्टेशनों पर विशेष कार्यक्रम

    26 जनवरी को यवतमाल से अचलपुर के बीच सभी रेलवे स्टेशनों पर शकुंतला रेलवे की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे. इस अवसर पर कवि डा.विठ्ठल वाघ द्वारा रचित शकुंतला रेलवे गीत गाए जाएंगे. इसी तरह मुर्तिजापुर रेलवे स्टेशन पर ध्वजारोहण, यवतमाल रेलवे स्टेशन पर हेलिकॉप्टर से पुष्पवृष्टि, अचलपुर रेलवे स्टेशन पर 300 फिट ऊंचा राष्ट्रध्वज रेल की पटरियों पर लहराएंगे. साथ ही नैरो गेज रेलवे का मुख्यालय परेल मुंबई तक झंडा फहराए जाने की जानकारी विजय विल्हेकर ने दी है.