चुरणी. 8 माह के मासूम बच्चे को गर्म दराती के चटके देने की सनसनीखेज घटना चिखलदरा तहसील के बोरद्धा गांव में घटी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार के 8 महीने के शाम सज्जु तोटा को बीते 8 दिनों से खांसी, बुखार था. साथ ही उसका पेट फूल गया था, जिसे आदिवासी संस्कृति में ‘फोपसा’ भी कहते है. इस मासूम की मां जानु सज्जु तोटा के अनुसार दाई झनकाय कास्देकर ने 16 जून की सुबह इसे गर्म दराती के चटके दिए थे.
झुलसने के जख्म
बच्चे के पुरे पेट पर झुलसने से अनेक जख्म हो गए है. घटना सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने तोटा से संपर्क जानकारी ली तथा चुरणी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी डा. आदित्य पाटिल ने बच्चे को चुरणी ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
अंधश्रद्धा का मामला
प्राथमिक दृष्टि से यह प्रकरण अंधश्रद्धा का मामला माना जा रहा है. इस प्रकार चटके देने को आदिवासी संस्कृति में ‘डम्बा’ कहते है. यह मामला अंधश्रद्धा का होने से तूल पकड़ता जा रहा है.