Ajit-Pawar
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    औरंगाबाद : कुछ लोग बिना वजह महाराष्ट्र (Maharashtra) में नया विवाद खड़ा कर महाराष्ट्र की शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम को एकता से आगे जाना है, चाहे कुछ भी हो जाए हम सबको मिलकर जातीय सदभाव बनाए रखना ही होगा। कुछ लोग जानबूझकर उसमें बाधाएं डालते है। मैं विधायक हूं, मेरी बहन सांसद है। हमें हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) बोलना है तो हमें अपने घर में हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। दूसरे के घर जाकर पढऩे का क्या मकसद है। यह कहकर राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार (Deputy CM Ajit Pawar) ने सांसद नवनीत राणा और राज ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। 

    शहर के तापडिया मैदान पर मंगलवार को महाराष्ट्र अंडर प्रिविलेज्ड टिचर्स एसोसिएशन मुप्टा का छठा रजत महोत्सव अधिवेशन का उदघाटन शहर के तापडिया मैदान पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार (NCP Supremo Sharad Pawar) के हाथों किया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार उपस्थित थे। तब उन्होंने अपने विचार में यह बात कहीं। हर इंसान के पास अपना घर है। मंदिर है, वहां  बैठकर हम सबने हनुमान चालिसा पढऩी चाहिए। लेकिन, मातोश्री जाकर ही हम हनुमान चालिसा पढ़ेगेे। यह इतनी बड़ी हटधर्मी क्यों ? यह सवाल अजित पवार ने सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) और उनके पति का नाम लिए बिना उपस्थित किया। उन्होंने कहा कि मैंने उन लोगों को वहां न जाने की विनंती की थी। क्योंकि, इससे माहौल खराब होकर कानून और सुव्यवस्था बिगड़ सकती है। हम सबका काम है कि महाराष्ट्र में कानून सुव्यवस्था अबाधित रखें। परंतु, कुछ लोग जानबूझकर इसमें बाधा डालकर महाराष्ट्र की हालत बिगाडऩे का प्रयास कर रहे है। 

    कोरोना काल से लोग अभी उभरे नहीं  हैं 

    अजित पवार ने कहा कि गत दो साल से कोरोना महामारी से पूरा देश त्रस्त था। कई लोगों के रोजगार छिने गए। कई लोगों के व्यवसाय बंद हुए है। कई लोगों का व्यवसाय ठप्प पड़ा है। अब धीरे धीरे पटरी पर स्थित सामान्य हो रही है। कुछ लोग अपना अब संसार खड़ा कर रहे है। ऐसे समय में कुछ लोग लाउडस्पीकर की गंदी राजनीति कर रहे है। इतने साल खामोश क्यों थे? यह सवाल भी अजित पवार ने उपस्थित कर मनसे प्रमुख राज ठाकरे (MNS Chief Raj Thackeray) और सांसद नवनीत राणा पर निशाना साधा। सुप्रीम कोर्ट ने साल में 15 दिन लाउडस्पीकर देर रात तक बजाने की इजाजत दी हुई है। अन्य दिनों में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिशा निर्देश जारी किए हुए है। 

    सब मिलकर त्यौहार मनाए

    राज्य में सालों से हम सब मिलकर सभी समुदाय के त्यौहार खुशियों से मनाते आए है। यह सीख हमें शाहू आंबेडकर ने दी हुई है। उसी सीख पर हम सब मिलकर सभी समुदाय के त्यौहार खुशियों से मनाए। इन दिनों त्यौहारों का माहौल है। अजित पवार ने महाराष्ट्र के लोगों से एक साथ आने और खुशी के साथ त्योहार मनाने की अपील की।