Commissioner Astik Kumar Pandey, enraged after seeing the contaminated water in the vessel of Kham river, ordered to cut the salary of the employee

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    औरंगाबाद : महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) आस्तिक कुमार पांडेय (Astik Kumar Pandey) की कड़ी मेहनत से खाम नदी के  पात्र को गतवैभव प्राप्त हुआ है। बीते एक साल से प्रशासक पांडेय के कड़े प्रयासों से खाम नदी के पात्र की सफाई कर वहां गार्डन और वॉकिंग ट्रैक (Walking Track) बनाया गया। लेकिन, आज भी परिसर के नागरिक नदी के पात्र में ड्रेनेज (Drainage) का दूषित पानी छोड़ रहे है। शनिवार को खाम नदी के पात्र का दौरा करने पहुंचे महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय यह नजारा देखकर आग बबूला हुए। इस दौरे के दरमियान सड़क पर कचरा दिखने पर उन्होंने इस मामले में अनदेखी करने वाले महानगरपालिका के एक कर्मचारी का दो दिन का वेतन कटौती (Salary Deduction) करने का आदेश दिया।

    गत वर्ष जनवरी माह में महानगरपालिका कमिश्नर आस्तिक कुमार पांडेय ने शहर के सामाजिक संगठनाए, संस्थाओं की मदद से खाम नदी के पात्र की सफाई करने की ठानी। लॉकडाउन काल में भी  उन्होंने लोगों की मदद से और सरकारी निधि से  एक रुपया भी खर्च न करते हुए खाम नदी की सफाई की। खाम नदी के पात्र में बेहतर सफाई करते हुए वहां गार्डन तैयार किया। हजारों पौधे लगाए। वॉकिंग ट्रैक्स  बनाकर यह परिसर सुंदर और साफ सुथरा किया। कमिश्नर पांडेय के इस कार्य की प्रशंसा पूरे महाराष्ट्र में जारी है।  शनिवार को खाम नदी पात्र में आस्तिक पांडेय ने महानगरपालिका अधिकारियों और सामाजिक संगठनाओं के सदस्यों के साथ  श्रमदान करने पहुंचे तो उन्हें नदी के पात्र में ड्रैनेज का पानी बहते हुए नजर आया।

    यह नजारा देखकर कमिश्नर पांडेय काफी आग बबूला हुए। उन्होंने तत्काल महानगरपालिका के कार्यकारी अभियंता बीडी फड, वार्ड अभियंता काशिनाथ काटकर को आगामी एक  सप्ताह में दूषित पानी ड्रेनेज लाइन को जोड़ने के आदेश दिए। साथ ही अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि नदी के पात्र में कचरा, दूषित पानी नहीं दिखना चाहिए। नदी पात्र के किनारे फैले अतिक्रमण पर भी कमिश्नर पांडेय ने नाराजगी जताकर अपने मातहत अधिकारियों को तत्काल अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए। इस दौरे में महानगरपालिका कमिश्नर  को पीईएस  सोसाईटी के बाजू में नहर ए अंबरी के पानी का झरना  दिखाई दिया। तब उन्होंने सहायक आयुक्त असदुल्ला खान को   नहर के निकट कुंए जैसा निर्माण कार्य करने के साथ ही मंदिर के निकट छोटासा गार्डन बनाने के आदेश दिया।