बगावत के बावजूद जिले में शिवसेना का दम खम बरकरार:  अंबादास दानवे

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    औरंगाबाद : जिले के 5 विधायकों (MLAs) ने शिवसेना (Shiv Sena) से बगावत (Rebellion) कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) का दामन थामने के बावजूद जिले में पार्टी को मामूली नुकसान हुआ है।  चुनिंदा पदाधिकारी छोड़ देतो आज भी बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी शिवसेना से जूडे हुए है। बल्कि, पदाधिकारियों ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए  अपने काम का दायर बढ़ाकर काम का समय भी बढ़ा दिया है। जिसके चलते आज भी जिले में शिवसेना का दम खम बरकरार है। यह दावा शिवसेना के जिला प्रमुख अंबादास दानवे (Ambadas Danve) ने यहां किया। 

    आगामी जिला परिषद, पंचायत समिति, नगर पालिका और महानगरपालिका चुनाव को सामने रखकर शिवसेेना के जिला इकाई की ओर से 7 से 20 अगस्त के दरमियान जिले भर में अपना केसरिया अपनी शिवसेना मुहिम का आयोजन किया गया है। इस मुहिम की जानकारी देने के लिए आयोजित प्रेस वार्ता में दानवे ने यहा दावा किया। उन्होंने बताया कि गत महीने जिले के 5 विधायकों ने बगावत कर शिंदे गुट का दामन थामने के बाद जिले के वैजापुर के कुछ पदाधिकारियों के अलावा पश्चिम के 2 उपशहर प्रमुख और तीन पूर्व नगरसेवक छोड़ देतो किसी भी पदाधिकारी ने शिंदे गुट के साथ जाने में दिलचस्पी नहीं  दिखाई। वैजापुर में 5 से 10 प्रतिशत हमें नुकसान जरुर हुआ। वहीं, औरंगाबाद मध्य में एक भी पदाधिकारी ने शिवसेना नहीं छोड़ी। पार्टी कार्यकर्ताओं की आज से 12 वर्ष पूर्व तैयार की गई सूचियां आज भी जस की तस है। विशेषकर, बगावत के बाद भी सेना पदाधिकारियों के मन में किसी प्रकार का परिणाम नहीं हुआ है। हम सब मिलकर निडरता और जोश खरोश के साथ काम कर रहे है। बगावत के बाद हमने गांव-गांव में संपर्क किया। सभी गावों में शिवसेना की लोकप्रियता बरकरार है। हमने जिले भर में 1 लाख प्राथमिक सदस्य करने पंजीकरण करने का संकल्प किया है। उसके लिए पदाधिकारी दिन-रात काम में जूट गए है। 

    महानगरपालिका और जिला परिषद चुनाव में हमारा वर्चस्व बरकरार रहेगा

    एक सवाल के जवाब में दानवे ने कहा कि आगामी महानगरपालिका चुनाव में गत चुनाव के मुकाबले कुल पार्टी के नगरसेवकों की संख्या में 2 का इजाफा होगा। आज भी शहर में पार्टी का दबदबा बरकरार है। साथ ही जिला परिषद चुनाव में भी शिवसेना पिछले चुनाव के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करेगी। पार्टी में बगावत के बाद हमने दिखावा न करते हुए सकारात्मक काम पर जोर दिया है। उन्होंने पूर्व मंत्री और शिंदे गुट में शामिल हुए सिल्लोड के विधायक अब्दुल सत्तार पर कंपनी टाईप राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे सभी दलों के नेता है। 

    7 से 20 अगस्त के दरमियान अपना केसरिया अपनी शिवसेना मुहिम

    शिवसेना जिला प्रमुख दानवे ने बताया कि आगामी सभी चुनावों की तैयारियों के लिए जिले भर में 7 से 20 अगस्त के दरमियान अपना केसरिया अपनी शिवसेना मुहिम चलायी जाएगी। इसमें 7 और 8 अगस्त को कन्नड-सोयंगाव, 9 और 12 अगस्त को गंगापुर,13 और 14 अगस्त को वैजापुर में,15 अगस्त को खुलदाबाद, 16 अगस्त को औरंगाबाद मध्य, 17 अगस्त को औरंगाबाद पूर्व, 19 अगस्त को औरंगाबाद पश्चिम ग्रामीण और शहर में मुहिम चलेगी।  मुहिम में बड़ी संख्या में सेना के उप तहसील प्रमुख, उप शहर, विभाग, उप विभाग शाखा, उप शाखा, गुट प्रमुख और संगठक-संगठिका और अधिकारी, जिला परिषद, पंचायत समिति,  नगरपालिका, महानगरपालिका सदस्य, सरपंच-उप सरपंच, सदस्य, सहकारी संस्था के पूर्व और वर्तमान पदाधिकारी और जन प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रेस वार्ता में कृष्णा पाटिल डोणगांवकर, बंडु ओक, अनिल पोलकर, प्रतिभा जगताप आदि उपस्थित थे।