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छत्रपति संभाजीनगर: शहर की सालों से प्रलंबित पेयजल समस्या हल करने के लिए महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के माध्यम से इन दिनों 2,740 करोड़ रुपए की नई पेयजल योजना (New Drinking Water Scheme) का काम जारी है। बीते कुछ माह से इस काम को गति नहीं मिल पा रही थी, लेकिन केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड (Dr. Bhagwat Karad) ने नई पेयजल योजना के काम को गति देने के लिए कमर कसी है। उन्होंने स्मार्ट सिटी कार्यालय में जीवन प्राधिकरण, महानगरपालिका और काम कर रही एजेंसी के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना के काम को और अधिक गति देने के सख्त निर्देश दिए। वहीं, शहर में नागपुर (Nagpur) की तर्ज पर डबल डेकर ब्रिज के निर्माण को लेकर बुधवार को दिल्ली में बैठक आयोजित किए जाने की जानकारी दी।

बीते कुछ सालों से शहर में विकास कार्य ठप्प थे। जबसे डॉ. भागवत कराड को राज्यसभा सांसद बनते ही केन्द्र में मंत्री पद मिला, तबसे वे शहर और जिले के विकास के लिए अधिक से अधिक योजनाएं लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए 18 साल पहले नई पेयजल योजना के निर्माण को लेकर प्रशासन ने कमर कसी थी। इससे पूर्व महानगरपालिका प्रशासन द्वारा शहर की पेयजल समस्या हल करने के लिए शुरु की गई समानांतर योजना अधर में लटकने के बाद करीब सवा चार वर्ष पूर्व मंजूर हुई पौने तीन हजार करोड़ रुपए की नई पेयजल योजना का काम पूरा कर शहरवासियों को हर दिन पेयजल आपूर्ति करने को लेकर केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. कराड विशेष लक्ष्य केन्द्रीत किया हैं।

एजेंसी को काम पर जताया संतोष 

केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री डॉ. भागवत कराड ने जीवन प्राधिकरण, महानगरपालिका और नई पेयजल योजना पर काम कर रही कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. कराड ने योजना के काम पर संतोष जताया। उन्होंने बताया कि बीते कुछ माह से योजना के काम में गति आ रही हैं। शहर में पानी के स्टॉक के लिए निर्माण किए जा रहे टंकियों पर मजदूरों की संख्या में इजाफा किया गया हैं। डॉ. कराड ने बताया कि पहले टंकियों के निर्माण पर एजेंसी द्वारा 150 कर्मचारी कार्यरत थे, इन दिनों 250 कर्मचारी कार्यरत हैं। इसके अलावा जैकवैल के निर्माण के लिए 50 कर्मचारी थे, इसमें दोगुना इजाफा होकर 100 कर्मचारी काम कर रहे हैं। वॉटर ट्रिटमेंट और वितरण के काम में भी गति आई है। डॉ. कराड ने बताया कि काम में गति आने के बावजूद आज की बैठक में जीवन प्राधिकरण और योजना पर काम कर रही कंपनी के अधिकारियों को और अधिक काम में गति लाने को लेकर  सख्त निर्देश दिए जाने की जानकारी दी।

जितना पानी इस्तेमाल होगा, उतना बिल 

डॉ. कराड ने बताया कि नई पेयजल योजना का काम पूरा होने के बाद शहरवासियों को बड़े पैमाने पर पेयजल वितरण को लेकर राहत मिलेगी। शहर में 70 प्रतिशत नागरिक ऐसे हैं, जिनके दो से तीन मंजिल के घर हैं। नई योजना से दो से तीन मंजिला इमारतों पर बिना मोटर के पानी आएगा। इसके लिए मोटर की जरुरत नहीं होगी। वहीं, हर घर में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस मीटर के सहारे जितना पानी का इस्तेमाल होगा, उतना पानी का बिल देना होगा। डॉ. कराड ने बताया कि आज अधिक और कम पानी इस्तेमाल करनेवाले को समान पेयजल कर अदा करना होता है, लेकिन नई पेयजल योजना के निर्माण के बाद हर घर में मीटर लगने से जितना पानी का इस्तेमाल उतना बिल अदा करने की सुविधा मिलेंगी।

16 किलोमीटर तक बिछायी गई पाइपलाइन  

जायकवाडी बांध से शहर के नक्षत्रवाडी में स्थित जलशुद्धीकरण केन्द्र का अंतर 39 किलोमीटर है। कंपनी द्वारा अब तक 16 किलोमीटर पाइपलाइन बिछायी जा चुकी है। बचे 23 किलोमीटर में से 6 किलोमीटर के पाइप कंपनी के पास उपलब्ध हैं। उधर, हर दिन दो पाइप को जॉईंट करने में 10 जॉईंट होने चाहिए। इन दिनों कंपनी द्वारा 8 से 9 दो पाइपलाइन को जॉईंट करने का काम जारी हैं। इस काम और अधिक गति देने के निर्देश भी बैठक में दिए जाने की जानकारी डॉ. कराड ने दी। वहीं, नक्षत्रवाडी में स्थित 6 डब्ल्यूटीपी का काम पूरा होना है। वर्तमान में 3 डब्ल्यूटीपी का काम पूरा हो चुका है, बचे हुए तीन डब्ल्यूटीपी का काम तेजी से जारी है। 

डबल डेकर ब्रिज को लेकर दिल्ली में बैठक 

डॉ. कराड ने बताया कि शहर में एमआईडीसी वालूज से शेन्द्रा तक डबल डेकर ब्रिज के निर्माण और महामेट्रो शुरु करने को लेकर बुधवार को एक बैठक आयोजित की गई है। बैठक में नेशनल हाइवे के अधिकारी, महानगरपालिका के कमिश्नर जी. श्रीकांत,  चिकलथाना हवाई अड्डा का संचालक डी.जी. साल्वे उपस्थित रहेंगे।