शिवसैनिक और ठाकरे परिवार का रिश्ता कोई नहीं तोड़ सकता: चंद्रकांत खैरे

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    औरंगाबाद : शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे का पसंदीदा शहर औरंगाबाद (Aurangabad) था, उन्हें यह शहर हमेशा से प्यारा रहा। इस तरह पिछले 50 सालों से औरंगाबाद के शिवसैनिकों (Shiv Sainiks) और ठाकरे परिवार (Thackeray Family) का रिश्ता इतना मजबूत हो गया है, जिसे कोई तोड़ नहीं सकता। यह शिवसैनिक तब तक चैन से नहीं बैठेगा, जब तक भविष्य में देशद्रोहियों को दफन नहीं किया जाएगा। यह प्रतिपादन शिवसेना नेता और पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे (Chandrakant Khaire) ने यहां किया। इस मौके पर विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे (Ambadas Danve) ने ऑनलाइन हिस्सा लिया। 

    शहर के संत एकनाथ रंग मंदिर में निष्ठावान शिवसैनिकों का एक दृढ संकल्प सम्मेलन का आयोजन सोमवार शाम किया गया था। सम्मेलन में उपस्थित सैकड़ों शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए शिवसेना नेता चन्द्रकांत खैरे ने यह बात कही। इस अवसर पर पूर्व मेयर नंदकुमार घोडेले, उपशहर प्रमुख राजेन्द्र दानवे, युवा सेना के जिला युवा अधिकारी हनुमान शिंदे, पूर्व शहर प्रमुख रमेश सुपेकर, डॉ. गोपालसिंह बछिरे, शहर प्रमुख बालासाहाब थोरात, उपजिला प्रमुख अनिल पोलकर, भारतीय कामगार सेना के मराठवाड़ा सचिव प्रभाकर मते पाटिल, कन्नड के विधायक उदयसिंह राजपूत आदि ने शिवसैनिकों से संवाद साधा। 

    विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने ऑनलाइन संवाद साधते हुए कहा कि शिवसैनिक हमेशा बालासाहेब ठाकरे, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे के प्रति वफादार रहेंगे। दानवे ने कहा, ठाकरे हमारे ब्रांड हैं, उम्मीदवार हैं, चुनाव चिन्ह हमें जो मिलेगा, हम उद्धव ठाकरे के साथ खड़े रहेंगे। इस मौके पर शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख शिवसैनिकों ने समर्थन में बने रहने का संकल्प लिया।

    संवाद सम्मेलन में प्रमुख रूप से उपस्थित

    मराठवाड़ा सचिव एड. अशोक पटवर्धन, युवा सेना उपसचिव ऋषिकेश खैरे, जिला युवा अधिकारी मच्छिन्द्र देवकर, महिला आघाड़ी की संपर्क संगठक सुनीता आउलवार, पूर्व मेयर गजानन बारवाल, सुनीता देव, गोपाल कुलकर्णी, सुशील खेडकर, सचिन खैरे, ज्ञानेश्वर डांगे, विजय वाघचौरे, संजय मोटे, एड. आशुतोष डख, मोहन मेघावाले, स्वप्रिल दिंडोरे, रामेश्वर कोरडे, सागर शिंदे आदि उपस्थित थे।