चिखली, बुलढाना को लेकर भाजपा-सेना उलझन में

बुलढाना. चिखली बुलढाना विस क्षेत्र के कार्यकर्ता फिलहाल उलझन में दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में जिले के पालकमंत्री डा. संजय कुटे ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन होने का दावा किया. उन्होंने बुलढाना भाजपा

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बुलढाना. चिखली बुलढाना विस क्षेत्र के कार्यकर्ता फिलहाल उलझन में दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में जिले के पालकमंत्री डा. संजय कुटे ने विधानसभा चुनाव में गठबंधन होने का दावा किया. उन्होंने बुलढाना भाजपा के लिए छोड़ने की बात भी दोहराई है. जिससे शिवसेना के इच्छुक उम्मीदवारों में खलबली मच गई है. वहीं भाजपा की ओर से उम्मीदवारी की आस लगाए बैठे योगेंद्र गोड़े ने राहत की सांस ली है. इस सीट के लिए शिवसेना के विजयराज शिंदे भी जोर लगा रहे हैं. अब हालात यह हो गए है कि इस सीट पर विजयजराज शिंदे का दावा मंजूर किया जाएगा या भाजपा के योगेंद्र गोडे का यह आने वाला समय बताएगा.

कुटे CM के संपर्क में
भाजपा के राज्यमंत्री कुटे पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के संपर्क में है. भाजपा की ओर से राज्यभर में संपर्क यात्रा चलाई जा रही है. इस चुनाव में गठबंधन होने का दावा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बाद पालकमंत्री डॉ. संजय कुटे ने भी किया है.

शिवसेना का दावा
बुलढाना विधानसभा की सीट पर शिवसेना का दावा है. पिछले चुनाव में भाजपा व शिवसेना में गठबंधन नहीं होने से भाजपा की ओर से योगेंद्र गोडे व शिवसेना की ओर से विजयराज शिंदे दोनों ने चुनाव लड़ा था. इसमें दोनों को भी पराजय का स्वाद चखना पड़ा. तभी से यह दोनों उम्मीदवार आने वाले विधानसभा की तैयारियों में जुट गए हैं. शिवेसना के जिला संपर्क प्रमुख सांसद प्रतापराव जाधव व विजयराज शिंदे यह दोनों एक दूसरे के विरोधी बन गए हैं. शिवेसना की ओर से विजयराज शिंदे को छोड़कर जितने भी विधानसभा के लिए इच्छुक उम्मीदवार हैं, वह सभी सांसद जाधव के समर्थक हैं. किसी एक को यह सीट देकर सांसद जाधव अन्य समर्थकों को नाराज नहीं कर सकते.

चिखली विधानसभा में भी भाजपा के कई इच्छुक प्रत्याशी हैं जो भाजपा की इस सीट का दावा कर रहे हैं. भाजपा में भी यह सीट किसी एक को प्रदान की गई तो बाकी के अन्य इच्छुक भाजपा के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं. अइन दिनों बुलढाना विधानसभा के लिए भाजपा जोर लगा रहा है. यदि यह सीट भाजपा को चली गई तो प्रतापराव का सिरदर्द भी चला जाएगा व उसके बदले शिवसेना को चिखली विधानसभा मिल सकती है जहां पहले से ही शिवसेना के नरेंद्र खेडेकर विधानसभा की तैयारियां में जुटे हैं.

खेडेकर का विरोध नहीं
खेडेकर को किसी का भी विरोध नहीं है. भाजपा भी यही चाहेगी कि यह सीट शिवसेना को देकर सिरदर्द खत्म किया जाए. इस लेन देन से भाजपा-सेना की दोस्ती भी बरकरार रहेगी व सीट के लिए होनेवाली उलझन भी सुलझ जाएगी.