Andhra Pradesh road Accident
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चंद्रपुर. हेलमेट के बिना बाइक का सफर जानलेवा साबित हो सकता है, यह जानते हुए भी लोग लापरवाह बने हुए हैं. कहीं न कहीं से हर रोज सड़क हादसों में मौत की खबर मिल रही है. एक ओर सड़क सुरक्षा सप्ताह के तौर पर हेलमेट पहनने पर लोगों में जनजागरण किया जाता है, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद बाइकसवार सुधरने के लिए तैयार नही है. ऐसे में पिछले 2 महीने में हेलमेट न पहनने की वजह से हुए सड़क हादसे में 36 दुपहिया चालकों ने जान गवाई है. इनमें से कुछ की जान शहर में हुए हादसे से गवाई है.

बिना हेलमेट के लोगों पर जागरूकता अभियानों या चालान का भी कोई असर नहीं पड़ता. फिर भी बिना हेलमेट लगाए बाइक पर घर से निकल जाते हैं. हर रोज सड़कों पर काटे जा रहे चालान इसे तस्दीक करने के लिए काफी हैं. अब जिलाधीश विनय गौडा ने जिले में हेलमेट पहनने को लेकर आदेश जारी किया है. जिलाधिश कार्यालय तथा जिला परिषद कार्यालय में दुसरे तहसीलों से लोग सरकारी काम तथा कार्यालयीन कामकाज हेतु आते हैं. ऐसे में महामार्ग पर हेलमेट सक्ति की गई है. लेकिन बाहर से आनेवाले अधिक्तर लोग बिना हेलमेट के महामार्ग पर दोपहिया से सफर कर स्वयं की तथा स्वयं के परिवार की जान खतरे में डालते हैं. इसी की ओर ध्यान देते हुवे जिलाधीश ने जिले में हेलमेट सक्ति का आदेश निकाला है. पहले जिला परिषद के कर्मचारी, सरकारी कर्मचारी, जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय कर्मचारी तो अब जिला कार्यालय में आनेवाले लोगों के लिए हेलमेट सक्ति की है.

प्रतिदिन काटे जा रहे चालान
प्रतिदिन 30 से 35 चालान काटे जा रहे हैं. राज्य में हेलमेट के प्रति जनजागरण करने हेतु तथा कार्यालय के बाहर पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं. यहां बिना हेलमेट लगाकर आनेवाले दोपहीया वाहन वाले कर्मचारियों के चालान भी काटे जा रहे हैं. इस दौरान कुछ लोग प्रवेश द्वार के बाहर पुलिस कर्मियों के साथ बहस करते हैं. लेकिन पुलिस कर्मी भी जिलाधरश द्वारा निकाले गए आदेश के पालन के प्रति पूरी तरह से इमानदारी बरते हुए हैं. यही नहीं बल्कि कार चालकों के लिए सीट बेल्ट प्रतिबंध कर दिया है.

प्रवेश द्वार के बाहर यातायात जाम की स्थिति
इसके बावजूद लोगों ने दूसरा विकल्प चूनते हुए गाड़ियां प्रवेश द्वार के बाहर लगाना शुरू कर दिया है. जिससे मार्ग पर यातायात जाम की स्थिति बन रही है. हालांकी यातायात पुलिस विभाग की टोईंग वाहन द्वारा प्रतिदिन प्रशासकिय भवन, एसपी कार्यालय तथा जिलाधिश कार्यालय के नो पार्किंग क्षेत्र से 150 वाहन उठाए जा रहे हैं. इसके बावजूद लोगों में जनजागरूकता नही हो रही है. लोग चालान का भूगतान करने तैयार है लेकिन हेलमेट पहनकर स्वयं की तथा परिवार की सुरक्षा के लिए तैयार नही है.