Chandrapur ZP
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    • अधिकारीयो के जिम्मेदारीयों पर हुवी चर्चा 
    • मार्च एन्डींग से कर्मचारीयों का बढा बोझ

    चंद्रपुर: जिला परिषद का कार्यकाल 21 मार्च को समाप्त होते ही जिप का संपूर्ण जार्च सीईओं के हाथ में चला गया. जिप में प्रशासक बैठते ही पहले ही दिन सुबह से शाम तक विभाग प्रमुख के अधिकारीयों की बैठके चलते रही. परंतु मार्च एन्डींग के काम पूर्ण करने के लिए अधिकारीयों की समिति गठीत कर उन्हे जिम्मेदारीयां सौपी गयी है. जिससे उनपर काम का बोझ बढ गया है. 

    जिला परिषद सदस्यों का 5 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने से राज्य शासन के ग्रामविकास विभाग ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. मिताली सेठी के पास प्रशासक की जिम्मेदारी सौपी है. जिप पर प्रशासक राज शुरू होने से सीईओं सेठी ने विभाग प्रमुखों की सूचना की है व उसके अनुसार कार्यवाही शुरू हुवी है. जि.प. सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने से जि.प. प्रशासन की ओर से शाम तक पदाधिकारीयों की वाहन कब्जे में लिए गए.

    बंगला खाली करने के लिए तीन महिनों का समयावधी दिया है. समयावधी समाप्त होते ही बंगले कब्जे में लिए जायेंगे. दौरान ओबीसी आरक्षण की समस्या हल होते ही चूनाव की तारिक घोषित होगी. इसलिए सभी पुर्व सदस्यों की नजरे आरक्षण की ओर टिकी हुवी है. 

    मार्च एंन्डींग से कई कार्य शेष है. जिला परिषद का उद्दिष्ठ अनुसार नीधि अखर्चित है. नए बजट में चार नई योजना है. मार्च महिना समाप्त होने पर अब केवल 8 दिन शेष होने से अधिकारीयों पर काम का बोझ बढ गया है.