135 प्रशिक्षणार्थियों निशुल्क वाहन लाईसेंस, गड़चिरोली पुलिस दल के दुपहिया-चौपहिया वाहन चालक प्रशिक्षण का समापन

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    गड़चिरोली. गड़चिरोली पुलिस दादालोरा खिडकी के माध्यम से लिए गए दुपहिया-चौपहिया वाहन चालक प्रशिक्षण (सत्र क्रं. 3) कार्यक्रम का समापन बुधवार 5 जनवरी को एकलव्य धाम गडचिरोली में संपन्न हुआ. इस समय 135 प्रशिक्षणार्थियों को दुपहिया-चौपहिया वाहन लाईसेंसे निशुल्क निकाल दिया गया. 

    गड़चिरोली जिले के नक्सलग्रस्त व दुर्गम-अतिदुर्गम क्षेत्र के बेरोजगार युवक-युवतीओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध करा देने के तहत पुलिस दादालोरा खिडकी उपक्रम चलाया जा रहा है.

    इस माध्यम से युवक-युवतीओं को रोजगार के लिए आत्मनिर्भर होने के उद्देश से पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल के संकल्पना से व अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) समीर शेख, अपर पुलिस  अधीक्षक (अभियान) सोमय मुंडे, अपर पुलिस अधीक्षक अहेरी अनुज तारे के मार्गदर्शन में दुपहिया व चौपहिया वाहन चालक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था.

    उक्त प्रशिक्षण का आज समापन किया गया. उक्त 8 दिसंबर 2021 से 5 जनवरी 2022 तक चलनेवाले दुपहिया व चौपहिया वाहन चालक प्रशिक्षण में कुल 30 दिनों का प्रशिक्षण दिया गया. 

    अतिदुर्गम क्षेत्र के 135 उम्मीदवारों का सहभाग

    उक्त प्रशिक्षण में धानोरा तहसील के पेंढरी और अहेरी उपविभाग के अतिदुर्गम क्षेत्र के कुल 135 युवक-युवतीओं ने सहभाग लिया था. सहभागी उम्मीदवारों को पुलिस दल के माध्यम से दुपहिया व चौपहिया वाहन प्रशिक्षण देकर वाहन लाईसेंस निशुल्क निकालकर दिया गया. समापन कार्यक्रम में उम्मीदवारों ने अपना मनोगत व्यक्त करते समय गडचिरोली पुलिस दल का आभार माना है.

    उक्त कार्यक्रम अवसर पर प्रमुख अतिथी के रूप में पुलिस अधिक्षक अंकित गोयल, अपर पुलिस अधिक्षक समीर शेख, सोमय मुंडे उपस्थित थे. प्रशिक्षण के सफलतार्थ जिले के सभी उपविभागीय पुलिस अधिकारी, पुलिस थाना/ उप पुलिस थाना/ पुलिस मदद केंद्र के सभी प्रभारी अधिकारी, नागरी कृती शाखा के प्रभारी अधिकारी, सहाय्यक पुलिस निरीक्षक महादेव शेलार व सभी पुलिस अंमलदार ने सहयोग किया. 

    अब तक 2301 युवक-युवतीओं को लाभ

    गडचिरोली पुलिस दल के दादालोरा खिडकी के माध्यम से अब तक बीओआय आरसेटी व कृषि विज्ञान केंद्र, गडचिरोली के सहयोग से 2301 युवक-युवतीओं को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया.

    इसमें ब्युटीपॉर्लर- 70, मत्स्यपालन- 60, कुक्कुटपालन- 344, बकरी पालन- 67, लेडीज टेलर- 35, फोटोग्रॉफी- 35, मधुमक्षिका पालन- 32, सब्जी बुआई – 285 तथा टु विलर व फोर विलर ड्रायव्हींग प्रशिक्षण- 370, अचार पापड 30, बदक पालन 50, मोटर मैकेनिक 30, फास्टफड 35,जनरल डयुटी 38 व व्हि.एल.ई. 45 ऐसे कुल 1466 युवक-युवतीओं को स्वयंरोजगार का प्रशिक्षण दिया गया है. तथा हॉस्पीटॅलिटी 296, ऑटोमोबाईल प्रशिक्षण 254, इलेक्ट्रीशीअन 140, प्लंबींग 11, वेल्डींग 33, सुरक्षा रक्षक 413, नर्सिंग असिस्टंट 1143, ऑक्सिस बैंक फिल्ड ऑफिसर 11 आदि का समावेश है.