Arrested
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    जलगांव : जलगांव जिला मराठा विद्या प्रसारक संस्था (Jalgaon District Maratha Vidya Prasarak Sanstha) पर कब्जे को लेकर हुआ विवाद चरम पर पहुंचा है और इस मामले में भोईटे (Bhoite) और पाटील (Patil) ये दो गुट सामने आए हैं और दोनों गुटों में मारपीट (Assault) और पथराव भी हुआ था। जिला पुलिस स्टेशन (District Police Station) में इस मामले में प्राणघातक हमला करके पांच वर्ष से फरार संशयित संजय पाटील (Sanjay Patil) को स्थानीय अपराध शाखा के पथक ने दीक्षित वाले से उसके घर से गिरफ्तार (Arrested) किया है। 

    MVPS संगठन के नियंत्रण को लेकर पाटिल और भोईटे गुट के बीच कई वर्षों से विवाद चल रहा है। जून-2018 में संगठन को कब्जे में लेने के बाद पुलिस ने दोनों गुटों को संगठन के कार्यालय में घुसने से रोक दिया था। मामला तब बढ़ गया, जब एक गुट के कब्जे वाले दफ्तर पर दूसरे गुट ने हमला तक उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। तत्कालीन तहसीलदार निकम के समक्ष हुई सुनवाई में दिये गये आदेश के अनुसार पाटिल गुट ने संस्था में पदभार ग्रहण कर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया। 19 जून, 2018 को भोईटे समूह ने इस पर आपत्ति जताई, जिसके कारण दंगे जैसी स्थिति पैदा हो गई और दोनों समूह आपस में भिड़ गए और न्यू मराठा कॉलेज परिसर के साथ सीधे कोर्ट जाने वाली सड़क पर पथराव किया। इस मामले में एक दूसरे के खिलाफ जिला पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है। 

    पुलिस स्टेशन में कुल 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया 

    सुनील धोंडू भोईटे की ओर से की गई शिकायत के आधार पर जिला पेठ पुलिस स्टेशन में कुल 17 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इन 17 संदिग्ध आरोपियों में से 12 को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि शेष पांच संदिग्धों में  बापू चव्हाण और चंद्रकांत पाटिल को गिरफ्तार नहीं किया गया, क्योंकि वे घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे। दर्ज अपराध में आखिरी संदिग्ध संजय पाटिल घटना के बाद से पुलिस के हाथ नहीं आया। आखिरकार बराला स्थानीय अपराध शाखा और जिला पेठ पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे उसके घर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली।