औरंगाबाद (महाराष्ट्र): केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) के खिलाफ विभिन्न पार्टियों को एकजुट करने के प्रयास के तहत तेलंगाना (Telangana) के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (CM K. Chandrashekhar Rao) द्वारा महाराष्ट्र (Maharashtra) में अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) से मुंबई (Mumbai) में मुलाकात किए जाने के एक दिन बाद, भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि अतीत में ऐसे प्रयोग किये गए, लेकिन वे नाकाम हो गए।
फडणवीस ने औरंगाबाद में संवाददाताओं से कहा कि राज्यों के मुख्यमंत्रियों का इस तरह से मिलना कोई नयी बात नहीं है और राव ने उनसे भी मुलाकात की थी जब वह 2014 से 2019 के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा, ‘‘इससे पहले भी, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ये नेता एक साथ (भाजपा का मुकाबला करने के लिए) आए थे। लेकिन, उससे कुछ नहीं हुआ। कई राज्यों में इस तरह के प्रयोग (गैर-भाजपा दलों के बीच एकता के) अतीत में भी किए गए थे। लेकिन उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।”
भाजपा नेता ने दावा किया कि उनकी पार्टी जल्द ही तेलंगाना में में एक प्रमुख दल बन जाएगी, जहां अभी राव की पार्टी टीआरएस का शासन है। फडणवीस ने कहा, “2019 के लोकसभा चुनाव में, भाजपा ने तेलंगाना में चार सीटें जीती थीं। आने वाले समय में हमारी पार्टी उस राज्य में पहले नंबर पर होगी।”
नारायण राणे के बंगले को लेकर उनके खिलाफ मुंबई नगर निकाय की कार्रवाई के बारे पूछे गए एक सवाल के जवाब में, फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार राणे और पूर्व सांसद किरीट सोमैया के खिलाफ ‘बदले की राजनीति’ कर रही है। उल्लेखनीय है कि सोमैया नियमित रूप से शिवसेना नेताओं और राज्य के मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं।