नासिक: महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक (Nashik) जिले में पानी की काफी किल्लत हो गई है। तपती गर्मी में पानी की समस्या की वजह से लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। नासिक के ऐसे कई गांव है, जहां लोग पानी की कमी की समस्या (Water Crisis) से जूझ रहे हैं। इसी बीच नासिक जिले के तिराडशेत गांव की महिलाओं पानी की समस्या के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
हाल ही में न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एक स्थानीय ने इस बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘हमारा गांव नासिक शहर के आसपास होने के बावजूद, हमारे पास पिछले 50 वर्षों से पानी की सुविधा नहीं है। यहां की महिलाएं रोजाना पानी लाने के लिए पैदल जाती हैं। हम में से ज्यादातर मजदूर हैं, फिर भी हमें काम पर जाने के बजाय पानी के लिए हाथापाई करनी पड़ती है।’
Maharashtra | Despite our village being in the vicinity of Nashik city, we don’t have water facilities for the last 50 years. Women here walk every day to fetch water. Most of us are labourers, still we have to scramble for water instead of going to work, they say pic.twitter.com/4ErOv25L3d
— ANI (@ANI) May 28, 2022
इस मामले में नासिक के डीएम गंगाधरन डी ने कहा, ‘हम जल जीवन मिशन के तहत जिले में पानी की कमी से जूझ रहे गांवों का चुनाव कर रहे हैं। जलापूर्ति से संबंधित काम चल रहा है और जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। हमने ग्रामीणों के लिए फिलहाल कुछ व्यवस्था की है।
Maharashtra | We are marking out the villages in the district facing water scarcity under Jal Jeevan Mission. Work related to the water supply is underway and will be completed soon. We have made temporary arrangements for the villagers: Gangatharan D, DM, Nashik pic.twitter.com/4ROoBOxyfw
— ANI (@ANI) May 28, 2022
महाराष्ट्र (Maharashtra) के कई हिस्सों में जल संकट के कारण महिलाओं को पानी लाने के लिए बहुत दूर जाना पड़ रहा है। नासिक जिले में कई ऐसे गांव भी है, जहां जल समस्या के कारण लोग शादी भी नहीं करना चाहते। हर साल गर्मी के दिनों में महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा पानी की किल्लत होती है।
नासिक में पानी की समस्या को लेकर इस पहले भी कई ख़बरें सामने आ चुकी हैं। नासिक में हालात इतने गंभीर हैं कि कई नयी दुल्हनें स्थिति का सामना करने में असमर्थ होकर अपने माता-पिता के घर लौट जाती हैं।