मुंबई: राज्य के ग्रामीण इलाकों की जीवनवाहिनी कही जाने वाली एसटी बसें (ST Buses) 6 माह बाद सड़कों (Roads) पर दौड़ने लगीं हैं। राज्य सरकार में विलय और अन्य मांगों को लेकर हड़ताल (Strike) पर गए एसटी (ST) के ज्यादातर कर्मचारी (Employees) काम पर लौटने लगे हैं। एसटी निगम के अधिकारियों के अनुसार, 52 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी काम पर लौट आए हैं। बताया गया कि 81 हजार कर्मचारियों में से 44 हजार कर्मचारियों ने काम शुरू कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि मुंबई हाईकोर्ट ने हड़ताली कर्मचारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए 22 अप्रैल तक काम पर लौटने को कहा है। इसके बाद कर्मचारी तेजी से काम पर लौट रहे हैं। हड़ताल के दौरान लगभग 11 हजार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई,उन्हें भी काम पर लौटने का मौका परिवहन मंत्री ने दिया है।
16 हजार बसें शुरू
राज्य में ‘लालपरी’ कही जाने वाली एसटी बसें शुरू हो गईं हैं। निगम के अनुसार, राज्य में 16,000 एसटी का राउंड शुरू हो गया है। एसटी सेवाओं के धीरे-धीरे शुरू होने से निगम को प्रतिदिन 13 करोड़ रुपए की आमदनी होने के साथ आम यात्रियों को भी राहत मिली है।
दीपावली के पहले शुरू हुई हड़ताल
राज्य में एसटी कर्मचारियों ने दीपावली के पहले 28 अक्टूबर 2021 से हड़ताल शुरू कर दिया था। 86 हजार 558 कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए थे। इस हड़ताल की वजह से राज्य में एसटी सेवाएं ठप होने के साथ निगम को भी भारी घाटा झेलना पड़ा। इस बीच कोर्ट के आदेश पर तीन सदस्यों की कमिटी का गठन भी हुआ। कमिटी ने विलय के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दी। सरकार पिछले 6 माह में हड़ताल ख़त्म करने में असफल रही। आख़िरकार कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद परेशान कर्मचारी काम पर लौटने लगे हैं।