बीएमसी वार्ड पुनर्गठन पर विवाद, मुंबई कांग्रेस जाएगी कोर्ट

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    मुंबई: मुंबई कांग्रेस (Mumbai Congress) के अध्यक्ष भाई जगताप (Bhai Jagtap) ने आरोप लगाया है कि मुंबई नगर निगम (BMC) वार्ड के पुनर्गठन और आरक्षण की प्रक्रिया में कांग्रेस (Congress) के साथ अन्याय किया गया है। उन्होंने कहा है कि इस फैसले को मुंबई कांग्रेस कोर्ट (Court) में चुनौती देगी। भाई जगताप ने इसका ठीकरा बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल पर फोड़ते हुए आरोप लगाया कि यह शिवसेना को फायदा पहुंचाने के मकसद से किया गया है। 

    उन्होंने कहा कि हमने इस संबंध में बीएमसी कमिश्नर को अपनी आपत्तियां और सुझाव दिए थे, लेकिन इससे कोई खास फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। जगताप ने यह बात मुंबई कांग्रेस के दफ्तर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कही। इस मौके पर मुंबई कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष चरण सिंह सप्रा, नगर निगम में विपक्ष के पूर्व नेता रवि राजा,  प्रवक्ता युवराज मोहिते और कांग्रेस नगरसेवक बब्बू खान मौजूद रहे।

    29 सीटों में से 21 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित

    भाई जगताप ने कहा कि बीएमसी में अभी हमारे पास 29 नगरसेवक हैं। वहीं वार्ड पुनर्गठन के बाद  29 सीटों में से 21 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। उन्होंने कहा कि इसे संयोग नहीं कहा जा सकता, बल्कि यह एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। जगताप ने यह भी कहा कि वार्ड के आरक्षण के लिए वहां जनसंख्या को ध्यान में रख कर फैसला नहीं लिया गया है।

    बीएमसी कमिश्नर ने ली सुपारी!

    बीएमसी में विपक्ष के नेता रहे रवि राजा ने कहा कि वार्ड के पुनर्गठन की प्रक्रिया नए सिरे से की जानी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या बीएमसी कमिश्नर ने किसी से सुपारी लेकर कांग्रेस के खिलाफ यह काम किया है। राजा ने कहा कि जानबूझकर कांग्रेस को परेशान करने के लिए इस तरह के आरक्षण किए गए हैं।

    अकेले लड़ेंगे चुनाव

    भाई जगताप ने कहा कि उन्होंने शुरू से कहा है कि बीएमसी का चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी और हम इस फैसले पर अभी कायम हैं। उन्होंने कहा कि शिर्डी शिविर में बाकी अन्य जगहों के निकाय चुनाव में सहयोगी दलों के साथ गठबंधन करने पर चर्चा हुई है, लेकिन मुंबई में हम अकेले चुनाव लड़ेंगे।