मुंबई: मुंबई (Mumbai) में रहने वाले लोगों के लिए मुख्यमंत्री (CM) एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने राहत का काम किया है। पानी की कीमत (Water Tax) पर होने वाली वृद्धि (Hike) पर मुख्यमंत्री ने (Reject) रोक लगा दी है। जिस वजह से अब मुंबईकरों को पानी पर महंगाई की मार से निजात मिल जाएगी। हालांकि मुख्यमंत्री के इस फैसले को चुनावी फैसला बताया जा रहा है। खबर यह है कि मुख्यमंत्री की नजर आने वाले चुनाव पर है। ऐसे में वह मुंबई के लोगो की नाराजगी मोल नहीं लेना चाहते हैं। यही कारण है कि उन्होंने बीएमसी (BMC) द्वारा प्रस्तावित पानी की दर वृद्धि पर रोक लगा दी है।
पानी की महंगाई से बची मुंबई
आपको बता दे कि साल 2012 में मुंबई महानगरपालिका ने एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें यह नियम बनाया गया था कि पानी की दर हर साल 8% बढ़ाई जाएगी। उसी नियम के तहत बीएमसी के जल आपूर्ति विभाग ने 8% दर वृद्धि का प्रस्ताव बीएमसी कमिश्नर चहल के पास भेजा था और कमिश्नर ने उसे पास भी कर दिया था। लेकिन राज्य सरकार के दबाव में बीएमसी को अपना यह फैसला वापस लेना पड़ा। यानि साल 2023 और 24 के दरमियान मुंबई के लोग पानी की बढ़ती कीमत की मार नहीं झेलेंगे।
प्रतिदिन बढ़ रहा है जलापूर्ति खर्च
बीएमसी ने अपनी सफाई में यह भी बताया है कि बीएमसी को प्रतिदिन 3850 एमएलडी पानी की आपूर्ति पूरे मुंबई भर में करनी होती है। यह आपूर्ति करीब 150 किलोमीटर के क्षेत्रफल में होती है। लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए बीएमसी पर जो खर्च आता है वह काफी बड़ा है। उसके एवज में बीएमसी जो लोगों से पैसा वसूलती है यह मामूली है। बीएमसी का कहना है कि उसे कई गुना खर्च करना पड़ता है, प्रशासनिक खर्च के अलावा ऊर्जा का खर्च, तालाब से पानी निकाले जाने का खर्च, पानी के शुद्धिकरण का खर्च, पानी में पड़ने वाली दवाओं का खर्च, दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में पानी की वृद्धि का प्रस्ताव गलत नहीं है।
चुनाव से प्रेरित एकनाथ शिंदे का फैसला
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्य भर में चुनावी समीकरण बनाने में लगे हुए हैं। हाल ही में हुए महाराष्ट्र के निकाय चुनाव में शिंदे की शिवसेना को उम्मीद के जैसा नतीजा नहीं मिला। वहीं पार्टी के आंतरिक सर्वे में भी नतीजा पार्टी के खिलाफ ही रहा है। इसलिए आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए शिंदे किसी की भी नाराजगी मोल लेने के मूड में नहीं है। यही कारण है कि शिंदे मुंबई के लोगों को खुश करने के लिए हर मुमकिन कोशिश करने का प्रयास कर रहे हैं। पानी के वृद्धि दर पर रोक को इसी नजरिए से देखा जा रहा है।