MahaRERA

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    मुंबई: मुंबई, एमएमआर (MMR) के अलावा पुणे, रायगढ़ जिलों में घर खरीदारों को समय पर फ़्लैट का ताबा न देने वाले बिल्डरों (Builders) पर महारेरा (MahaRERA) ने नकेल कसी है। बताया गया कि मुंबई शहर, उपनगरों, पुणे और रायगढ़ जिलों में 118 मामलों में प्रभावित घर खरीदारों को अब तक लगभग 100.56 करोड़ रुपए का मुआवजा मिला है। महारेरा के माध्यम से कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर और तहसीलदारों द्वारा दंड राशि वसूल की गई है।

    उल्लेखनीय है कि नियमों का उल्लंघन कर घर खरीदारों को समय पर कब्जा न सौंपने, परियोजनाओं का आंशिक परित्याग, निर्धारित गुणवत्ता के अनुसार काम न करने आदि शिकायतें महारेरा के पास आती हैं।  रखरखाव न करने आदि के संबंध में मकान खरीदारों की शिकायतें महारेरा में आती हैं। मुंबई शहर, उपनगर, पुणे और रायगढ़ में 594 वारंट मामलों में 413.79 करोड़ रुपए वसूली की नोटिस भेजी गई। अब तक चार जिलों में 118 वारंटों से 100.56 करोड़ रुपए की वसूली की गई है।  इसके लिए मुंबई शहर, उपनगर, ठाणे, पुणे रायगढ़, पालघर औरंगाबाद, नागपुर, नासिक, चंद्रपुर, सिंधुदुर्ग, सतारा और रत्नागिरी के 13 जिला कलेक्टरों को पत्र भेजे गए थे।

    उपनगर से अधिक वसूली

    मुंबई शहर में 14 वारंट से 44.92 करोड़ की जगह तीन वारंट से 11.42 करोड़ की वसूली की गई। यह राशि मुंबई उपनगरों में अधिक है। 343 वारंट से 245.84 करोड़ रुपए मिलने हैं। इनमें से 80 मामलों में 55.57 करोड़ रुपए की वसूली की गई। पुणे जिले में 107.93 करोड़ रुपए के 163 वारंट जारी किए गए। 33 वारंट के तहत 32.76 करोड़ रुपए की वसूली की गई है। रायगढ़ जिले में 15.10 करोड़ रुपए की वसूली के लिए 74 वारंट जारी किए गए थे। दो वारंट से 81 लाख रुपए मिले हैं।