Maratha community Reservation

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नई दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में मनोज जरांगे (Manoj Jarange) के नेतृत्व में मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation) फिलहाल जोर पकड़ रहा है। बीते शुक्रवार को छत्रपति संभाजीनगर में जरांगे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार मराठाओं को मूर्ख बनाने का भरसक प्रयास कर रही है, लेकिन अब  उनका समुदाय किसी जाल में नहीं फंसेगा। उनका यह भी कहना था कि, सरकार को आरक्षण के मुद्दे पर अब तक कोई रास्ता नहीं मिला है। इसलिए, वह और उनके समुदाय के लोग पहले से तय फैसले के अनुसार आज यानी बीस जनवरी को मुंबई के लिए मार्च करेंगे।  

आज करेंगे मुंबई कूच

मनोज जरांगे ने इस बात को दोहराया कि सरकार को 54 लाख मराठाओं को तुरंत कुनबी प्रमाण पत्र जारी कर देना चाहिए। उनका यह भी कहना था कि, ‘सरकार हर आंदोलन से दो-तीन दिन पहले हमारे पास आती है। वे मराठा समुदाय को फंसाने और मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, मराठा किसी जाल में नहीं फंसेंगे। हम पहले से तय फैसले के मुताबिक बीस जनवरी को मुंबई कूच करेंगे। सरकार को अब तक कोई रास्ता नहीं मिला है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम अपने आरक्षण की मांग को लेकर मराठा लोगों के साथ मुंबई जाएंगे।’ जरांगे ने यह  भी आरोप लगाया कि सरकार और कुछ मंत्री मराठा आंदोलन के खिलाफ एक बड़ी साजिश रच रहे हैं।

जरांगे का शिंदे सरकार पर आरोप 

दरअसल इस बारे में जरांगे ने पूछा कि, ऐसा क्यों होता है कि  हर बार आंदोलन शुरू होने से कुछ दिन पहले अचानक सरकार कुछ समाधान की पेशकश करते हुए हमारे पास पहुंचती है। लेकिन दी गई समय सीमा में वह क्या करती है? उन्होंने कहा, ‘बीते 7 महीनों से ऐसी ही बात चल रही है। लेकिन इस बार सरकार और उसके कुछ मंत्री आंदोलन के खिलाफ ही साजिश रचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, अब मराठा ऐसा नहीं होने देंगे।’ उन्होंने इसके साथ ही मांग की कि शिंदे सरकार अगले दो दिनों में सबूतों के आधार पर मराठाओं को कुनबी प्रमाण पत्र दे। यह प्रमाण पत्र इन लाभार्थियों के रिश्तेदारों को भी दे दिया जाए। ऐसे में आज अपनी मांगो के साथ  मनोज जरांगे मुंबई कुछ करने की बात कर रहे हैं।