मुंबई: एसआरए (SRA) के नाम पर पिछले 15 वर्षों से गरीब रहिवासियों की झोपडियां तोड़कर उन्हें बेघर करने वाले बिल्डरों (Builders) को झटका देते हुए 520 स्कीमों (Schemes) को रद्द (Cancelled) कर दिया गया है। राज्य के गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Awhad )ने कहा कि झोपडियां तोड़कर घर भाडा भी न देने वाले सभी विकासकों की एलओआई रद्द कर नई एमनेस्टी स्कीम लाई गई है।
गृह निर्माण मंत्री ने कहा कि इस क्रांतिकारी स्कीम के तहत एसआरए प्रोजेक्ट देने के पहले संबंधित विकासक की फाइनेंशियल कैपिसिटी जांच की जाएगी। इसके लिए एक कमिटी गठित की गई है,जो बिल्डर का पूरा रिकॉर्ड देख कर ही प्रोजेक्ट देने की सिफारिश करेगी।
अभय योजना लाने जा रही सरकार
गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि ऐसे लगभग 40 हजार गरीब झोपड़ाधारक हैं, जिनके पक्ष में सरकार अभय योजना लाने जा रही है। जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में म्हाडा और एसआरए जितना काम हुआ था,उतना हमने पिछले ढाई वर्ष में किया है।
वर्किंग वुमन के लिए हॉस्टल
गृह निर्माण मंत्री आव्हाड ने बताया कि म्हाडा के माध्यम से मुंबई में वर्किंग वुमन के लिए हॉस्टल बनाए जाएंगे। इसके लिए शिवडी सर्कल स्थित जमीन पर वर्किंग वुमन के लिए इमारत बनाई जाएगी। नरेडको के ‘रियल एस्टेट फोरम 2022’ कार्यक्रम में गृह निर्माण मंत्री ने कहा कि एसआरए के 35 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट रुके हैं। इस सरकार ने रियल एस्टेट को उभारने का काम किया है।बिल्डरों को भी सरकार के साथ आगे आना चाहिए।
ओशिवरा में गरीबों के लिए अस्पताल
जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि ओशिवरा में गरीबों के अस्पताल के लिए 9 हजार मीटर का प्लॉट उपलब्ध कराया गया है। ताकि अस्पताल बनने पर जरुरतमंदों का इलाज हो सके। इस तरह कमाठीपूरा के डेवलपमेंट की आवश्यकता है। कुलाबा में भी 26 एकड़ जमीन पर डेवलपमेंट करेंगे। एंड यूजर का फायदा हो यही सरकार का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि टाटा अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए म्हाडा ने मुफ्त में 100 उपलब्ध कराया है।