ARREST
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    नागपुर. रेलवे, वेकोलि और एसबीआई में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी करने वाले गिरोह की मुखिया औ महाठग राकेश खुराणा को गिरफ्तार करने में आखिर ग्रामीण पुलिस की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा को कामयाबी मिली. गिरफ्तारी से बचने के लिए खुराणा न्यायालय की शरण में गया था लेकिन जमानत नहीं मिलने से वह फरार हो गया. आखिर जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया गया. उसका करीबी राजेंद्र तिवारी अब भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है.

    बताया जाता है कि वह उत्तर प्रदेश के किसी गांव में अंडरग्राउंड हो गया है. इस मामले में पहले अयोध्यानगर निवासी शिल्पा राजू पालपर्थी, बिहार निवासी कुंदनकुमार शर्मा उर्फ राहुल सिंह और मोहम्मद दानिश को गिरफ्तार किया जा चुका है. कुंदन और दानिश को जमानत मिल चुकी है, जबकि शिल्पा अब भी जेल की हवा खा रही है. कुछ समय पहले राजस्थान में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में शिल्पा की गिरफ्तारी हुई थी.

    इस गिरोह के खिलाफ धंतोली में अमित कोवे को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज है. इस मामले में खुराणा को हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी लेकिन ग्रामीण की ईओडब्ल्यू द्वारा केलवद पुलिस थाने में दर्ज किए गए मामले में खुराणा जमानत नहीं ले पाया.

    सत्र न्यायालय से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाने के बाद भी उसे राहत नहीं मिली. ऐसे में गिरफ्तारी से बचने के लिए खुराणा फरार हो गया था. मंगलवार को पुलिस को जानकारी मिली कि खुराणा अपने परिवार से मिलने के लिए क्लार्क टाउन स्थित अपने निवास पर आने वाला है.

    पुलिस दस्ते ने परिसर में जाल बिछा लिया. खुराणा के घर पहुंचते ही पुलिस ने उसे दबोच लिया. प्रकरण की जांच इंस्पेक्टर राजेंद्र निकम कर रहे हैं. बुधवार को पुलिस खुराणा को न्यायालय में पेश करके पुलिस कस्टडी की मांग करेगी. ज्ञात हो कि इसके पहले वरुड़ थाना क्षेत्र में भी एक अधिकारी ने खुराणा की धोखाधड़ी से तंग आकर आत्महत्या की थी.