नागपुर. इन दिनों रेलवे के बहुत अधिक प्रोफेशनल और कमर्शियल रवैये ने यात्रियों को परेशान करना शुरू कर दिया है. हाल यह है कि अब बेडरोल जैसी जरूरी सुविधा के लिए यात्रियों के साथ भेदभाव करके आय का साधन बना दिया गया है. नागुपर और मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेन 12290 और 12289 दुरांतो एक्सप्रेस में सफर करने वाले यात्रियों को 250 रुपये में बेडरोल खरीदना होता है. यह सामान्य दर से कहीं अधिक है.
दूसरी ओर, नागपुर से चलने अन्य कई वातानुकुलित ट्रेनों में यह सर्विस निशुल्क है. इस बारे में भारतीय यात्री केन्द्र के सचिव बसंत कुमार शुक्ला द्वारा रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर शिकायत की गई. शुक्ला ने अपने पत्र में कहा कि यदि अजनी-पुणे एसी एक्सप्रेसऔर ट्रेन 22691/92 बंगलुरू-दिल्ली-बंगलुरू राजधानी में बेडरोल निशुल्क दिया जा सकता है तो फिर नागपुर-मुंबई-नागपुर दुरांतो में किस आधार पर वसूली की जा रही है.
शुक्ला ने आरोप लगाया कि रेलवे अब सफर की मजबूरी पर यात्रियों को ब्लैकमेल कर रही है. कामकाजी व्यक्ति अधिक सामान लेकर सफर नहीं कर सकता. रेलवे को लगता है कि दुरांतो एक्सप्रेस में सफर करने वाला हर व्यक्ति प्रीमियम आय वाला ही है. उन्होंने मांग की कि दुरांतो एक्सप्रेस में भी पहले की तरह बेडरोल सुविधा ट्रेन किराये में ही शामिल की जाये ताकि हजारों यात्रियों को बड़ी राहत प्राप्त हो.