ARREST
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. नागपुर स्टेशन के आउटर पर ट्रेन 12950 पोरबंदर कविगुरु एक्सप्रेस के एसी कोच में हुई यात्री के साथ हुई लूट के मामले में रेलवे सुरक्षा बल ने मुख्य आरोपी और उसके एक अन्य साथी को धर दबोचा. उनके पास से लूटे गये सोने-चांदी के गहनों, नकदी के अलावा मोबाइल समेत कुल 3.42 लाख रुपये का माल बरामद किया गया. आरोपी पांढराबोड़ी निवासी विनोद उर्फ ​​विनायक दत्ताराव वानखेड़े (39) बताया गया. जानकारी के अनुसार उक्त ट्रेन जब आउटर पर बेहद धीमी गति से गुजर रही थी तब विनोद ने चलती ट्रेन में कोच A2 की सीट नंबर 9 पर सफर कर रहे यात्री का बैग लूटा था. बैग में 2 नग कान के सोने के टॉप, सोने की अंगूठी, चूड़ियां आदि सामान था. यात्री की शिकायत पर लोहमार्ग पुलिस थाने में आईपीसी और आरपीएफ थाने में रेलवे एक्ट तक तहत में लूट की धाराओं में  मामले दर्ज किए गए थे.

    CCTV में कैद हुआ संदिग्ध

    सीनियर डीएससी आशुतोष पांडेय ने स्पेशल टीम बनाकर जांच शुरू कराई. सीसीटीवी रिकॉर्डिंग में विनोद संदिग्ध के तौर पर नजर आया. उस पर नजर रखी जाने लगी. घटना के 4 दिन बाद वह प्लेटफार्म 8 के पास अपने एक अन्य साथी के साथ शिकार की तलाश में घूम रहा था. तुरंत ही थाने और आरपीएफ की विशेष अपराध जांच शाखा ने उसका पीछा किया. आरपीएफ जवानों को देखकर विनोद संतरा मार्केट की ओर भागने लगा. अंत में उसे दबोच लिया गया. कड़ी पूछताछ में उसने कविगुरु एक्सप्रेस में लूट की वारदात कबूली. उसकी निशानदेही पर सारा माल जब्त कर उसके मित्र को भी हिरासत में लिया गया. 

    20 से अधिक मामलों में आरोपी

    अधिक पूछताछ में पता चला कि विनोद और उसके साथ पकड़ा गया युवक भी शातिर चोर हैं. विनोद पर सिटी पुलिस के विभिन्न थानों में चोरी और लूट के 20 से अधिक मामले दर्ज हैं. दोनों जेल भी जा चुके हैं और वहीं दोनों की पहचान हुई थी. विनोद और उसके साथी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही के लिए जीआरपी के सुपुर्द कर दिया गया. जीआरपी के उप पुलिस अधीक्षक हेमंत शिंदे ने लूट की वारदात को सुलझाने वाली आरपीएफ टीम का सत्कार किया. यह कार्रवाई सीनियर डीएससी पांडेय, पीआई आरएल मीना, पीआई भदौरिया के मार्गदर्शन में एपीआई विनोद खरमाटे, एएसआई अश्विन पवार, एएसआई बीडी अहिरवार, कुंदन फुटाने, जवाहर सिंह, संभाजी खाड़े, जसवीर सिंह, गोवर्धन सवाई आदि ने की.