नासिक: दिंडोरी (Dindori) स्थित कृषि उपज मंडी समिति में हमालों के दो गुटों में हुए विवाद (Dispute) को शांत करने का प्रयास करना दो सब्जी व्यापारियों को महंगा साबित हुआ। मध्यस्थता करते समय एक गुट के कुछ संदिग्धों ने तेज हथियारों से हमला (Attack on Traders) कर दिया, इसमें वह गंभीर रूप से घायल हुए है। संदिग्धों ने व्यापारियों के कार्यालय में तोड़फोड़ भी की।
मंडी समिति में अंबिका वेजिटेबल कंपनी के बाहर हमालों के दो गुटों में मामूली विवाद हुआ जो मारपीट में तब्दील हो गया। इस दौरान बबलू भल्ला (पंजाबी) को कुछ युवकों ने पीटा। मारपीट रोकने के लिए व्यापारी मंगेश लहामगे और उमेश गाडे ने मध्यस्थता करने का प्रयास किया। इस दौरान व्यापारियों पर नुकीली हथियारों से हमला कर दिया और उनके कार्यालय में तोड़फोड़ भी की। इस हमले में घायल हुए व्यापारियों को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। पंचवटी पुलिस की टीम मौके पर पहुंचने की भनक लगने के बाद हमलावर फरार हो गए। इस घटना के संदिग्धों के नाम स्पष्ट हो गए हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है।
हमेशा चर्चा में मंडी समिति
नाशिक मंडी समिति आपराधिक घटनाओं के कारण हमेशा चर्चा में बनी रहती है। व्यापारियों को फिरौती के लिए धमकाना, किसानों के कृषि फसल की चोरी, मोबाइल चोरी, कृषि औजारों की चोरी जैसी घटनाओं के कारण सुरक्षा का प्रश्न बना रहता है। जरूरत से अधिक सुरक्षा रक्षक होने की बात करते हुए सुरक्षा रक्षक कम कर दिया गया। दिंडोरी रोड की कृषि उपज मंडी में अथवा शरदचंद्र पवार मार्केट यार्ड में सीसीटीवी कैमरा सक्षम न होने के कारण आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हुई है।